झारखंड में धार्मिक न्यास बोर्ड एक्शन में, सत्ताधारी दल व विपक्ष आमने सामने !

रांची। झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार की तरफ से गठित धार्मिक न्यास बोर्ड के गठन के बाद बोर्ड की तरफ से मंदिर समितियों को लेकर उठाए जा रहे कदम पर विपक्ष और सत्ताधारी पार्टी आमने सामने दिखाई पड़ रहे हैं। बोर्ड की तरफ से तमाम मंदिर कमेटियों को भंग कर नई कमेटी के गठन की प्रक्रिया पर बीजेपी के नेताओं ने सवाल खड़ा किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता सह रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा है कि मौजूदा झारखंड प्रदेश की सरकार के द्वारा धार्मिक न्यास बोर्ड का दुरुपयोग राजनीतिकरण से प्रेरित होकर किया जा रहा है । जो सनातन संस्कृति के लिए खतरे का  संकेत है। इतिहास गवाह रहा है कि सनातन को मिटाने वाले लोग खुद मिट गए हैं। उनका समूह नाश हो गया है। ऐसे नेताओं को कम से कम इस तरह की अनर्गल बयानबाजी नहीं करनी चाहिए.।

इधर संजय सेठ के बयान पर बोर्ड के अध्यक्ष जयशंकर पाठक ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। संजय सेठ के हिन्दु न्यास बोर्ड पर लगाए आरोपों पर बोर्ड के अध्यक्ष जयशंकर पाठक मे कहा कि सनातन धर्म का सबसे बड़ा विरोधी भाजपा है। झारखंड मे भाजपा की सरकार रही लेकिन सनातन धर्म के लिए कुछ नही किया। उनके कार्यकाल मे हि मठ मंदिरो की जमीन बेचीं गयी हैँ।