रांची। शातिर ठगों की चांदी, कोई बैंक अधिकारी तो कोई पुलिस व सीबीआइ बन लगाया चूना

रांची। कोरोना काल में झारखँड में ठगी के कई मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में कुछ शातिर ठग बैंक अधिकारी बनकर लोगों को चूना लगा रहे हैं तौ कुछ ऐसे भी ठग हैं जो सीबीआइ और आईबी के अधिकारी बनकर लोगों को डराकर वसूली करने में लगे हैं। ऐसे में पुलिस भी चौकस है और लगातार इस तरह के ठगों को दबोचा जा रहा है।

ताजा मामला संताल इलाके से हैं…… साइबर क्राईम के मामले में सबसे ज्यादा ठगी की घटनाओं को अंजाम देनेवाले इलाके जामताड़ा और देवघर में बैंक अधिकारी बनकर ठगी कर रहे लोगों को लगातार दबोचा जा रहा है। इसी कड़ी में पुलिस को शिकायत मिली की पुलिस की वर्दी में आठ अपराधियों ने अशोक राणा के घर पर जाकर छापेमारी का नाटक किया और नगत सहित गहना लेकर फरार हो गए। बाद में पुलिस ने इलाके में दबिश बढाकर न अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है। देवघर एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने मामले के बारे में पूरी जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए अपराधि शातिर हैं। 

संताल की पुलिस अभी इन आठ शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा ही रही थी, कि एक और मामला सामने आ गया, जो इलाके के लोगो का होश उड़ा दिया। दुमका पुलिस को जानकारी मिली कि पाटनपुर गांव में एक सीबीआइ अधिकारी लॉकडाउन के उलंघन करने का आरोप लगाकर ऑटो चालकों और दुकानदारों से वसूली कर रहा है। इलाके के लोगों को शक हुआ तो उससे उसका सीबीआई का परिचय पत्र मांगा गया। जब आईकार्ड को लेकर वह आनाकानी करने लगा तो ग्रामीणों ने उसे पकड़कर पुलिस को सूचना दी। कड़ाई से पूछताछ के दौरान उक्त सीबीआइ अधिकारी का करतूत सामने आ गया। दरअसल मुन्ना डोम उर्फ एमके सिंह सीबीआइ के भेष में लोगों को चूना लगा रहा था। इस बारे में दुमका सदर पुलिस निरीक्षक नवल किशोर सिंह ने जानकारी दी। 

वैसे तो कोरोना काल में आपदा को अवसर बनाने में कई अपराधी चूक नहीं रहे हैं। लेकिन अब लोग जागरुक भी हो रहे हैं, जिससे इस तरह के शातिर ठग पुलिस की गिरफ्त में आ रहे हैं। जरुरत है आम लोगों के जागरुक होने की जिससे इस तरह के ठगों को दबोचा जा सके।

ब्यूरो रिपोर्ट सबरंग समाचार।