रांची : महापुरुषों को याद करने को लेकर सरकार पर भेदभाव का आरोप, जांच की मांग

सियासत की राजधानी में एक नया बखेड़ा जन्म लेता दिख रहा है। विपक्ष के सवाल से सरकार घिरी नजर आ रही है। दरअसल झारखंड विधानसभा परिसर में स्थापित पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर बीजेपी नेताओं को माल्यार्पण की अनुमति नहीं मिली।

भाजपा के प्रदेश महामंत्री व राज्यसभा सदस्य समीर उरांव, पार्टी पदाधिकारियों के साथ शनिवार को अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया। जिस कारण तकरार तेज हो गई।

विपक्षी दलों ने हेमंत सरकार पर महापुरुषों को याद करने में भी भेदभाव का आरोप लगाया है। उन्होने विधानसभा अध्यक्ष से मामले की जांच की मांग की है।

आरजेडी ने  भी सरकार को सवाल के घेरे में खड़ा किया

अखिरकार प्रतिमा में माल्यार्पण करने देने से क्यों सरकार कतरा रही है। वजह जो भी जो भी रहा हो, सत्ता पक्ष सुनने को तैयार नहीं है। लेकिन सहयोगी दल आरजेडी ने  भी सरकार को सवाल के घेरे में खड़ा किया है, कहा कि देश में  अपनी-अपनी  विचारधारा है। सरकार को इस प्रकार के रोक नहीं लगाना चाहिए।

माल्यार्पण पर रोक सरकार की अपरिपक्वता दर्शाता है -जदयू 

जदयू ने भी कहा कि झारखंड की जनता को युवा नेता हेमंत सोरेन से यह उम्मीद नहीं  थी। भारत रत्न से सम्मानित महान नेता की पुण्यतिथि पर माल्यार्पण पर रोक सरकार की अपरिपक्वता दर्शाता है।