रांचीः नक्सलियों ने प्रवासी मजदूरों पर फेंका पासा, पक्ष और विपक्ष हुए आमने-सामने

झारखंड के नक्सली संगठनों की नजर प्रवासी मजदूरों पर है। नक्सली इन्हें अपने संगठन में शामिल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। उन्हें लगता है कि रोजगार नहीं मिलने की वजह से प्रवासी मजदूर बंदूक उठा लेंगे। वहीं इस मामले पर सियासी रोटी भी सेंकी जा रही है।

रोजगार नहीं मिलने से संगठन का होगा फायदा

बीजेपी हेमंत सरकार पर हमलावर है वहीं सत्ताधारी दल बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। झारखंड में हासिये पर पड़े नक्सली संगठन अब नयी जुगत में हैं। वे प्रवासी मजदूरों पर पासा फेंक रहे हैं। नक्सली संगठनों को लगता है कि राज्य में रोजगार नहीं मिलने की वजह से प्रवासी मजदूर बंदूक उठा लेंगे।प्रवासी मजदूरों को शामिल करने के लिए नक्सली तरह-तरह के जतन कर रहे हैं,ऐसी कई खबरें सामने आई है।

हेमंत सरकार में नक्सली और अपराधी हावी

अब ये मामला सियासी मोड़ लेने लगा है। प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी इस मुद्दे को लेकर हेमंत सरकार पर हमलावर है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार के राज में नक्सली और अपराधी हावी हैं।राज्य में भयमुक्त वातावरण स्थापित करने में हेमंत सरकार असफल साबित हुई है। वहीं हेमंत सरकार में शामिल कांग्रेस का कहना है कि महागठबंधन की सरकार की वजह से नक्सलियों में अंदर ही अंदर भय है। कांग्रेस नेता राजेश ठाकुर ने सरकार बचाव करते हुए विपक्ष पर पलटवार किया।

सियासी बढ़त हासिल

बहरहाल नक्सली मौके का फायदा उठाने के फिराक में है वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी सियासी बढ़त हासिल करने के फिराक में है। हाल की कई आपराधिक घटनायें हेमंत सरकार की छवि को मलीन की है।बीजेपी इसी मुद्दे को उठाकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ-साथ सरकार में साझीदार कांग्रेस को घेरने की कोशिश कर रही है।