रांचीः नौकरी की तलाश में मजदूरों का पलायन फिर शुरु

  • कंपनी लोगों को एयर टिकट देकर बुला रही है वापस

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान प्रवासी कामगारों में घर वापसी को लेकर बेचैनी थी, वहीं अब तीन महीने से अधिक समय गुजर जाने के बाद परिवार और खुद की जीविका चलाने को लेकर प्रवासी कामगार चिंतित नजर आ रहे है।

झारखंड जैसे पिछड़े राज्य के विभिन्न जिलों के लाखों लोग दूसरे बड़े शहरों और राज्यों में नौकरी करते रहे हैं, वे कोरोना संकटकाल में आनन-फानन में घर तो लौट आये थे, लेकिन अब फिर से काम की तलाश में उनका पलायन शुरू हो गया है।

राजधानी रांची एयरपोर्ट पर इन दिनों काम के लिए दिल्ली, मुंबई , कोलकाता, बेंगलुरू समेत अन्य महानगरों में वापसी करने वाले की लंबी लाइन लगी है।जिसमें से गढ़वा, डाल्टनगंज, लोहरदगा और गुमला के कई झारखंडी मजदूर हवाई जहाज से मुंबई के लिए रवाना होने के लिए लाइन में खड़े हुए हैं।  इन लोगों का कंपनी के द्वारा इंडिगो विमान की टिकट करा कर भेजा है।  जिसके बाद से वापस जाने का प्रक्रिया शुरू हो गई है।

काम की तलाश में घर छोड़ कर बाहर जाने वाले मजदूरों का कहना है कि कंपनी उन लोगों का एयर टिकट कटा कर वापस काम के लिए बुलाया है वे लोग मुंबई के लिए रवाना हो रहे हैं। बता दें कि लाइन में लगे इन मजदूरों ने कुछ ही दिन पहले मुंबई में काम बंद होने के बाद वापस लौट कर अपने झारखंड को आए थे फिर से एक बार कंपनी चालू होने के बाद अब कंपनी अपने किराए और खर्च से इन मजदूरों को वापस मंगाने का काम कर रही है।

इधर,राज्य सरकार ने बाहर जाने वाले प्रवासी कामगारों से निबंधन कराने के बाद ही दूसरे राज्यों में जाने की अपील की गयी है। पंचायत सेवक की ओर से प्रखंड-पंचायत में ही प्रवासी कामगारों के लिए निबंधन की व्यवस्था की गयी है। इसके अलावा मजदूरों को बाहर ले जाने वाली कंपनियों और ठेकेदारों को भी आवेदन देकर निबंधन कराने का निर्देश दिया गया है, ताकि किसी भी संकट या आपात स्थिति में तत्काल मजदूरों को सहायता पहुंचायी जा सके।