हिम्मत है तो इस्तीफा देकर चुनाव लड़ें भानु, गुणवत्ता पता चल जाएगा – धीरज दुबे

झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला प्रवक्ता धीरज दुबे ने भवनाथपुर विधायक भानु प्रताप शाही को खुली चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह मेरी गुणवत्ता देखना चाहते है तो इस्तीफा देकर चुनाव मैदान में आएं, उन्हें हमारी गुणवत्ता का पता चल जाएगा। हम उनके खिलाफ चुनाव लड़ने को तैयार है और मुझे पूरी उम्मीद है कि भवनाथपुर विधानसभा की जनता मुझे सेवा करने का अवसर जरूर देगी।

वर्तमान में भवनाथपुर विधानसभा के युवा भी खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं तथा नए युवा चेहरे की तलाश कर रहे है। जो भी युवा वर्तमान विधायक के खिलाफ खड़ा होने की कोशिश कर रहा है उन्हें वह षड्यंत्र के तहत दबाने और झूठे केस में फंसा कर जेल भेजने का काम कर रहे हैं, इससे युवाओं में भारी आक्रोश व्याप्त है।

अतः उन्हें खुद पर भरोसा है तो अविलंब मैदान में आकर चुनाव लड़ें अन्यथा 2024 के विधानसभा चुनाव में हम पूरी दम खम के साथ उन्हें हराने का काम करेंगे। उन्हें खुद पर इतना ही भरोसा होता तो विगत विधानसभा चुनाव में पार्टी बदलने की जरूरत नहीं पड़ती। भवनाथपुर विधायक छुट्टभैये नेता को आगे कर छींटाकसी की खेल खेलना और गढ़वा-रंका विधानसभा की चिंता करना बंद करें, यहां झामुमो के पदाधिकारी और कार्यकर्ता खुद में सक्षम है।

मंत्री मिथिलेश ठाकुर के नेतृत्व में यह सीट हम पहले से जीते हुए हैं और विकास के दम पर जनता पुनः उन्हें मौका देने का काम करेगी।श्री दुबे ने भानु द्वारा दिशोम गुरु शिबू सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने की बात को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि जिसने झारखंड को बनाया उन्हें कोई क्या बनाएगा। बल्कि स्वर्गीय दुर्गा सोरेन के उपकारों को वह आजीवन चुका नहीं पाएंगे। भवनाथपुर विधायक ने अबतक सिर्फ अपने स्वार्थ की राजनीति की है।

2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा तथा अपने फायदे के लिए राज्यसभा चुनाव से लेकर भाजपा की हर गलत नीतियों में उनका साथ दिया था और तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के गोद में जाकर बैठ गए थे। उन्हें जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं बस खुद विधायक बने रहने से मतलब है। हम आम अवाम के साथ मिलकर उनके इस मंसूबे को उजागर करते रहेंगे