रांची। ओरमाझी के बिरसा मुंडा जू में बाघ के बाद भालू की मौत हड़कंप

कोरोना को लेकरजू प्रबंधन की बढ़ गई थी चिंता

रांची।  झारखँड की राजधानी से सटे ओरमाझी बिरसू जू में संक्रमण से एक बाघ की मौत के दो दिन के अंदर ही एक भालू की मौत ने जू प्रबंधन के कान खड़े कर दिए हैं। हालांकि मौत के कारणों पर अभी कुछ रिपोर्ट का जरुर इंतजार है, लेकिन जू के अंदर आम लोगों के चहेते माने जानेवाले जो जानवरों की मौत से यहां के लोगों में गम का माहौल है।  कोरोना जांच में बाघ की रिपोर्ट निगेटिव आई है।

रांची के ओरमांझी बिरसा जू में एक बाघ और एक भाली की मौत से  हड़कंप मच गया…..बताया जा रहा हैं की बाघ की मौत फीवर और संक्रमण होने की वजह से हुई हैं… . जिसके बाद कोरोना वायरस के संक्रमण का शक गहराने लगा था….बाघ  की मौत के बाद उसके सैंपल लेकर कोरोना वायरस टेस्ट के लिए बरेली भेजा गया। लेकिन जू प्रबंधन को तब सकून मिला जब बाघ की मौत कोरोना से नहीं होने की पुष्टि हुई। इसके बाद एक भाली की मौत से भी जू प्रबंधन के लोग काफी दुखी हुए। भाली की मौत का कार दो भालूओं के आपस में लड़ाई का कारण बताया जा रहा है। ..

हालांकि अब जू प्रबंधन के अधिकारी जानवरों की सुरक्षा को लेकर चिंतिंत हो गए हैं… बाघ पिछले कुछ दिनों से बीमार था गुरुवार को बाघ की  तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी और बाघ ने भोजन करना बंद कर दिया था…बाघ की जब ब्लड जांच की गई तो फीवर और किडनी फेल बताया गया… बाघ को 3 साल की उम्र में बेंगलुरु से लाया गया था और अभी उसकी उम्र लगभग 13 साल था.बाघ मौत होने के बाद चिड़ियाघर प्रशासन सकते में आ गया हैं….

हालांकि जानवरों में कोरोना के वायरस का मामला अभी तक झारखँड में सामने नहीं आया है। लेकिन शुरुआती दौर से बाघ की मौत से शक गहरा गया था कि कहीं बाघकी मौत का कारण कोरोना तो नहीं है। लेकिन जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सभी को राहत मिली है. अब जू प्रबंधन सभी जानवरों पर विशेष रूप से नजर बनाए हुए हैं, जिससे और कोई जानवर बीमार नहीं हो।

 

ब्यूरो रिपोर्ट सबरंग समाचार रांची