रांची। अंजुमन हॉस्पीटल के डॉक्टर की लापरवाही से लड़के की मौत, डॉ. पर होगा प्राथमिकी दर्ज

रांची। हिंदपीढ़ी ग्वाला टोली के आसिफ (18 वर्ष) के एक लड़के की इलाज के अभाव मौत हो गई। उसकी मौत के बाद परिजन व स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। स्थानीय इस मौत का जिम्मेदार अंजुमन हॉस्पीटल के डॉक्टर एकरामुल को ठहरा रहे हैं। उस डॉक्टर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज भी होगी।

जानकारी के अनुसार ग्वाला टोली के रहने वाले राजा नामक व्यक्ति के 18 साल का बेटा आसिफ को चार दिन पहले पेट में दर्द की शिकायत थी। उसके बाद उसे अंजुमन हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। वहां इंजेक्शन व स्लाइन के बाद उसकी तबीयत ठीक हो गई थी। परिजन ईद के दिन दोपहर   2 बजे उसकी छुट्टी करा कर ले गए थे।  वहां से जाने से पहले अंजुमन के डॉक्टर एकरामुल ने उसे अल्ट्रासाउंड कराने को कहा था।

27 मई की सुबह फिर से आसिफ के पेट में दर्द होने लगा। सुबह 6 बजे परिजन आनन-फानन में आसिफ को लेकर कांटाटोली स्थित डॉक्टर एकरामुल के नर्सिंग होम पर गए। वहां कई घंटे इंतजार करने के बाद अल्ट्रासाउंड करने वाला टेक्नीशियन आया, जो तेज बुखार होने की बात कहकर अल्ट्रासाउंड करने से इंकार कर दिया। फिर करीब 9 बजे परिजन उसे लेकर गुरु नानक अस्पताल भागे।  वहां भी डॉक्टरों ने तेज बुखार को देखते हुए उसे कोरोना जांच करने के बाद ही अल्ट्रासाउंड करने की बात कही। तब वहां से परिजन उस लड़के को लेकर रिम्स ले जाने लगे। रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।