रांची। झारखंड में फिलहाल लॉकडाउन नहीं, लेकिन आगे लिए जा सकते हैं कड़े फैसले- हेमंत

एंकर। झारखंड में फिलहाल पूर्ण लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले दो दिनों में मैराथन बैठक कर यह फैसला लिया है। हालांकि सरकार ने यह भी कहा है कि अगर जरुरी पड़ा तो कड़े फैसले लिए जाएंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को सबसे पहले अपने अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थितियों का जायजा लिया। इसके बाद देर शाम में सर्वदलीय बैठक कर राज्य की स्थिति से अवगत कराया और तमाम राजनीतिक दल की तरफ से सुझाव मांगे।

इसके बाद रविवार को हेमंत सोरेन ने सरकार की सहयोगी पार्टियों के साथ बैठक कर कई तरह के फैसले लिए। बैठक के बाद हेमंत सोरेन ने माना कि राज्य में कोरोना को लेकर स्थिति बेहतर नहीं है। लेकिन उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार तेजी से चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। इसके साथ सरकार की तरफ से लिए गए फैसलों के बारे में हेमंत सोरेन ने जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए सरकार ने प्राथमिक स्तर पर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं । इसके तहत राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज, आईटीआई संस्थान, कोचिंग संस्थान, ट्रेनिंग संस्थान, आंगनबाड़ी केंद्रों को अगले आदेश तक के लिए बंद रखने का निर्णय लिया गया है। शादी-विवाह समारोह में शामिल होने हेतु पहले जो अधिकतम संख्या 200 लोगों की थी, अब उसे घटाकर अधिकतम 50 कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्कूल, कॉलेज तथा संस्थागत जितनी भी परीक्षाएं होनी थी, इन परीक्षाओं को अगले आदेश तक  के लिए स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 महीने के उपरांत फिर राज्य सरकार इसकी समीक्षा करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष परिस्थिति में सरकार द्वारा समय-समय पर संक्रमण को नियंत्रित करने के  निमित्त आवश्यक निर्णय लेती रहेगी।

 

अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाने का किया जा रहा है प्रयास

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की वास्तविक स्थिति से आप सभी लोग वाकिफ हैं। आप अपने इर्द-गिर्द तथा मोहल्लों में संक्रमण की स्थिति को महसूस कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अपने सीमित संसाधनों के माध्यम से व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करते हुए और मजबूती से लोगों को  बेहतर स्वास्थ्य लाभ कैसे दे पाए,  इसके लिए लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में जिला स्तर पर अस्पतालों में ऑक्सीजन युक्त बेड बढ़ाने का प्रयास लगातार जारी है। राज्य में जो भी मेडिकल कॉलेज अथवा रिसर्च सेंटर है वहां बेड की संख्या बढ़ाना सुनिश्चित कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि संक्रमण की गति में कमी नहीं आयी है, यह गति कब तक रहेगी यह कह पाना अभी मुश्किल है फिर भी संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए राज्य सरकार ने प्राथमिक स्तर पर कई निर्णय लिए हैं।

 

मुख्यमंत्री ने संक्रमण को हल्के में न लेने की लोगों से की अपील

 

मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से आग्रह किया कि कोविड-19 संक्रमण को हल्के में न लें। इस बार के संक्रमण में बड़े, बुजुर्ग, बच्चे सभी वर्ग के लोग चपेट में आ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने खासतौर पर नौजवानों से बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है । मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर आप जिससे भी मिलते हैं वह कोरोना पॉजिटिव हो सकता है ,  इस सोच के साथ मिलें। इस दौरान सामाजिक दूरी अवश्य बनाए रखें। आप स्वयं सुरक्षित रहें तथा अपने परिजनों को भी सुरक्षित रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेष परिस्थिति में जब भी घर से बाहर निकले तो मास्क का उपयोग अवश्य करें।