देवघरः जलाभिषेक को लेकर कांवरिया ने किया पथराव,जानिए क्या है मामला

कोराना महामारी को देखते हुए राज्य सरकार और हाईकोर्ट ने विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला और बैद्यनाथधाम सहित सभी बड़े मंदिर में पूजा पर रोक लगा दी है। ताकि कोरोना काल में लोग संक्रमण से बचे रहे। लेकिन सरकार की दिशा-निर्देश को ताक पर रखते हुए लोग देवघर पहुंच गए।

बिहार से पहुंचे कांवरिया

मिली जानकारी के अनुसार सुल्तानगंज से बैद्यनाथधाम पैदल गंगाजल लेकर आ रहे कांवरियों को कांवरिया पथ स्थित झारखंड के प्रवेश द्वार पर जब पुलिस ने रोका, तो कांवरियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। दरअसल, एक दिन पहले ही दुम्मा में बिहार गेट पर झारखंड पुलिस ने बैरिकेडिंग लगा दी थी।

बैरिकेडिंग को हटाने की मांग

इस कारण कांवरिया गेट पार नहीं कर पाये और गेट पर ही जलार्पण कर वापस सुल्तानगंज लौट ग। शनिवार रात करीब ढाई बजे 25 कांवरियों का जत्था पैदल सुल्तानगंज से दुम्मा पहुंचा था। यहां पहले से पुलिस कैंप कर रही थी। कांवरिये नारेबाजी करते हुए बैरिकेडिंग को हटाने की मांग कर रहे थे। जब पुलिस के जवानों ने मंदिर बंद रहने व प्रवेश वर्जित रहने की जानकारी दी, तो कांवरिये आक्रोशित हो गये उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी।

नहीं हटी बैरिकेडिंग

कांवरियों को उत्तेजित होता देख पुलिस के सभी जवान किनारे हट गये, लेकिन बैरिकेडिंग नहीं हटायी। इसकी सूचना मिलने पर रिखिया थाना प्रभारी राजीव कुमार व एएसआइ मनीष कुमार वहां पहुंचे।  करीब एक घंटे तक कांवरिये अपनी मांग पर अड़े रहे, लेकिन पुलिस ने अंतिम समय तक गेट नहीं खोला।

अंतत: सभी कांवरिया बिहार गेट पर ही जलाभिषेक कर बोल बम का जयकारा लगाते हुए वापस लौट गये। सभी कांवरिया बाबा मंदिर के दरवाजे पर जलाभिषेक कर वापस जमशेदपुर लौटने की बात कह रहे थे।

 दोपहर में भी पांच कांवरियों को लौटाया गया

गुरु पूर्णिमा पर जलाभिषेक करने पांच कांवरिया पैदल सुल्तानगंज से दोपहर तीन बजे दुम्मा गेट पहुंच गये थे. बैरिकेडिंग की वजह से कांवरिया आगे नहीं बढ़ पाये। पुलिस के जवानों ने कांवरियों को बताया कि बाबा बैद्यनाथ मंदिर के कपाट बंद हैं. इसके बाद सारे कांवरिये कुछ देर बाद लौट गये। इन कांवरियों का कहना था कि श्रावणी मेला सोमवार से है. गुरु पूर्णिमा के दिन तो मंदिर में जलार्पण करने दिया जाना चाहिए था।

शिवगंगा में स्नान पर पूर्ण रोक

कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए पूरे शहर में बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। मंदिर प्रशासक सह उपायुक्त नैंसी सहाय के निर्देश पर शिवगंगा में भक्तों के स्नान करने पर भी रोक लगा दी गयी है। इसके लिए शिवगंगा के चारों ओर घेराबंदी की गयी है।