तमाड़। बहाना बना यास, भ्रष्टाचार व बालू माफियाओं की करतूत से ध्वस्त हुआ पुल

उच्चस्तरीय जांच के आदेश, लेकिन लीपापोती से इनकार नहीं

तमाड़।  झारखंड में भ्रष्टाचार का एक और नमूना यास तूफान के बहाने दिखाई पड़ गया है। तमाड़ के पास हराडीह बूढ़ाडीह मार्ग के कांची नदी पर बने 600 मीटर लंबा पुल महज निर्माण के तीन साल के दर ध्वस्त हो गया। इस पुल के ध्वस्त होने से इस क्षेत्र के कई पंचायतों के इलाके में रहनेवालों के लिए नई मुसीबत खड़ी हो गई है। अब इस घटना को लेकर ईलाके के लोग बालू माफियाओं की करतूत मान रहे हैं तो कई लोग इस कंपनी के निर्माण करनेवाली कंपनी एके कंस्ट्रक्शन के द्वारा घटिया निर्माण को मान रही है।

इस घटना के बाद सरकार की तरफ से जांच के लिए अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा गया और इसकी जांच के दावे किए गए हैं। विभाग के अधिक्षण अभियंता…. ने पहुंचकर जायजा लिया और इसपर अपनी रिपोर्ट सौपने की बात कही।

बालू माफिया पहले से ही सक्रिय थे

हालांकि इस पुल के आस-पास के इलाके में बड़ी संख्या में बालू माफिया पहले से ही सक्रिय थे। इस बारे में तमाम अधिकारियों से भी इस बारे में सवाल किया गया था। और
इस पुल के ध्वस्त हो जाने के बाद राज्य में कई सवाल खड़े हो रहे हैं। अब इस मामले में राजनीति भी तेजी से शुरू हो गई है। मामले की जांच जरुर होनी चाहिए, लेकिन जांच में कुछ ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए जिससे दूध का दूध और मानी का पानी साफ साफ हो जाए। ऐसा ना हो कि इस मामले में फिर से लीपापोती कर ठेकेदार और भ्रष्ट अधिकारियों की करतूत पर पर्दा डालने की कोशिश की जाए।

सबरंग समाचार के लिए बुंडू से जीतन सार की रिपोर्ट।