भगवान बिरसा को अगर जानना है तो जरुर आईए आड्रे हाउस !

4 फरवरी से 6 फरवरी तक ऑड्रे हाउस में चित्रकला प्रर्दशनी का आयोजन
• भगवान बिरसा मुंडा पर चित्रकला सीरीज
• देशभर के विभिन्न राज्यों के चित्रकारों की पेंटिंग की प्रर्दशनी

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सार्थक प्रयास से झारखंड के जनजातीय कलाकारों को अपनी बहुआयामी प्रतिभा को दुनिया के समाने लाने का मौका मिल रहा है। इसी कड़ी में डॉ. रामदयाल मुंडा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान के द्धारा देश भर के जनजातियों चित्रकारों को एक जगह एक मंच पर लाने के उद्देश्य से द्धितीय जनजातीय एवं लोक चित्रकार शिविर का आयोजन किया गया।

डॉ. रामदयाल मुंडा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान के निदेशक श्री रणेन्द्र कुमार ने जानकारी दी कि रामगढ़ जिले के पतरातु में 28 जनवरी से 3 फरवरी तक द्धितीय जनजातीय एवं लोक चित्रकार शिविर का आयोजन किया गया । इस शिविर में देशभर के विभिन्न राज्यों के परंपरागत चित्रकारों ने भाग लिया और अपनी चित्रकला के माध्यम से अनेकता में एकता का संदेश दिया।
श्री रणेन्द्र ने बताया कि इस जनजातीय और लोक चित्रकार शिविर में पहली बार उत्तर-पूर्व राज्यों (नागालैंड, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, असम और त्रिपुरा) के चित्रकारों ने भी भाग लिया और अपने रंग का जादू चलाया। उन्होंने कहा कि इसके अलावे आदिवासी समुदाय के जो आचार्य शांति निकेतन, पश्चिम बंगाल, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय एवं अन्य विश्वविद्यालयों में चित्रकला का अध्यापन कर रहे हैं, उन्होंने भी इस बार शिविर में भाग लिया।
रणेन्द्र ने जानकारी दी कि द्धितीय जनजातीय एवं लोक चित्रकार शिविर में भाग लेने वालों चित्रकारों द्वारा बनाये गये चित्रों की प्रर्दशनी दिनांक 4 फरवरी से 6 फरवरी तक ऑड्रे हाउस की लगाई गयी है।केरल से लेकर लद्दाख ,गुजरात से नागालैंड तक के 70 से अधिक जनजातीय और लोक चित्रकारों ने इस 7 दिवसीय शिविर में भाग लिया। इस प्रर्दशनी की भगवान बिरसा मुंडा की चित्रकला सीरीज लगाई है। रंगों के माध्यम से चित्रकारों ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन के विभिन्न रंगों के प्रस्तुत किया है।
इस दो दिवसीय प्रर्दशनी में आज खाद्य सचिव श्रीमती हिमानी पांडे ने शिरकत की और कलाकारों की हौसला अफजाई की।