दुमका रेप कांड में हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, सीएस और डीजीपी तलब !

 

रांची। झारखंड हाईकोर्ट ने दुमका के हंसडीहा में एक स्पेनिश महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मामले पर स्वत: संज्ञान लिया है। हाई कोर्ट ने स्वत् संज्ञान लेते हुए बृहस्पतिवार तक मुख्य सचिव झारखंड डीजीपी झारखंड गृह सचिव झारखंड और दुमका एसपी को अपना जवाब दाखिल करने का निर्देश जारी किया है।

देश-विदेश से आ रही है प्रतिक्रिया

इधर पूरे मामले में देश और विदेश से सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। हालांकि पुलिस का दावा है कि पूरे मामले में जल्द ही सभी अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। लेकिन बाकी के चार अपराधी फरार होने में कामयाब हो गए हैं।

प्रशासन ने मुआवजा स्वरूप 10 लाख दिए

इधर गैंगरेप मामले में प्रशासनिक स्तर से पीड़िता को मुआवजा का चेक प्रदान किया गया। दुमका परिषदन में डीसी ए दोड्डे पुलिस अधीक्षक पीताम्बर सिंह खेरवार ने पीड़िता के पति विटेंटे को 10 लख रुपए का चेक सौपा। मुआवजा की राशि झारखंड विक्टिम कंपनसेशन स्कीम के तहत दी गई है। इसके लिए कमिटी की बैठक हुई। बैठक डीसी, एसपी और पीडीजे शामिल हुए। इस तरह के मामले में 5 से 10 लाख रुपये तक मुआवजा का प्रावधान है कमेटी ने मुआवजे के रूप में अधिकतम राशि देने का निर्णय दिया और इस तरह 10 लख रुपए का चेक दिया गया।स्पेन देश के यूरो के रूप में इंडिया का 10 लाख यूरो में  11126 .20 euro हुआ।पीड़िता के पति ने दुमका जिला प्रशासन की तारीफ करते हुए कहा कि घटना घटित होने के बाद प्रशासनिक स्तर पर तत्परता दिखाई गई यह खुशी की बात है।

चार अपराधियों की है तालाश

ज्ञात हो की 1 मार्च की रात दुमका जिला के हंसडीहा थाना क्षेत्र में एक स्पैनिश महिला के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया। 7 दरिंदों ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। पीड़िता और उसके पति के साथ मारपीट और छिनतई की गई। देर रात हंसडीहा थाना की पुलिस ने सड़क किनारे पीड़ित दंपति को देखकर उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जिसे बेहतर इलाज के लिए दुमका के फूलोझानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भेजा गया। पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए तीन आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।