रांचीः कोरोना की चपेट में ‘सरकार’, मुख्यमंत्री सहित सभी लोगों की होगी जांच

कोरोना के बढ़ते संक्रमण की चपेट में अब ‘सरकार’ भी आ चुकी है। मंगलवार को पेयजल-स्वच्छता मंत्री मिथिलेश प्रसाद ठाकुर और टुंडी विधायक मथुरा महतो की सैंपल रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी खुद को होम क्वारेंटाइन कर लिया है। वहीं मुख्यमंत्री सचिवालय के पदाधिकारी और कर्मचारी भी होम क्वारेंटाइन हो गए हैं।

सीएम ने दिया लोगों को संदेश

सीएम ने कहा है कि उन्होंने यह एहतियाती कदम हाल ही में मंत्री मिथिलेश ठाकुर के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने के कारण उठाया है। झामुमो विधायक मथुरा महतो ने भी दो दिन पहले उनसे मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सेल्फ आइसोलेशन में रहने के दौरान वह जरूरी कार्यों का निष्पादन करते रहेंगे।

संपर्क में आए लोगों का होगा जांच

आम लोग सोशल मीडिया के माध्यम से उनसे बात कर सकते हैं। इधर,  मुख्यमंत्री व सीएम सचिवालय के पदाधिकारियों की कोरोना जांच के लिए अभी सैंपल नहीं लिए गए हैं। आईसीएमआर की गाइडलाइन के तहत कुछ दिनों बाद मुख्यमंत्री और उनके संपर्क में आए लोगों का सैंपल टेस्ट किया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही मुख्यमंत्री अपने कार्यक्रमों के बारे में फैसला करेंगे।

झामुमो-कांग्रेस कार्यालय अगले आदेश तक बंद बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए झामुमो का बरियातू स्थित केंद्रीय कार्यालय और प्रदेश कांग्रेस कार्यलय अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।  दोनों पार्टियों की ओर से कहा गया है कि स्थिति की नजाकत को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

ये अफसर आइसोलेशन में

सीएम के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, ओएसडी गोपालजी तिवारी, संयुक्त सचिव राजकुमार गुप्ता, प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद पिंटू, वरीय पीए सुनील श्रीवास्तव समेत अन्य।

विधायक नवीन जायसवाल भी होम क्वारेंटाइन

मंत्री मिथिलेश ठाकुर के गृह प्रवेश कार्यक्रम में हटिया के भाजपा विधायक नवीन जायसवाल भी शरीक हुए थे। मिथिलेश ठाकुर के पॉजिटिव आने के बाद जायसवाल ने भी खुद को होम क्वारेंटाइन कर लिया है। नवीन ने कहा कि वे 3 जुलाई को मिथिलेश ठाकुर के संपर्क में आए थे।

विधानसभा में बेवजह एंट्री पर रोक

संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए झारखंड विधानसभा में भी सुरक्षा के नए उपाय किए गए हैं। बेवजह प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। कर्मचारी रोस्टर सिस्टम के अनुसार ड्यूटी करेंगे। 33 फीसदी कर्मचारियों को ही कार्यालय आने को कहा गया है।

 इसके लिए बुधवार को आदेश जारी कर दिया गया। विधानसभा के सभी अफसरों और कर्मचारियों को आरोग्य सेतु एप के इस्तेमाल का निर्देश दिया गया है। गेस्ट हाउस को अगले आदेश तक बंद रखने का फैसला लिया गया है।