रांची। झारखंड में ई-पास का कोई औचित्य नहीं- डॉ इरफान

सरकार से करेंगे बात, ई-पास वापस लिया जाए

रांची। झारखंड सरकार ने लॉकडाउन के तहत लोगों के आवागमन के लिए ई-पास जारी किया । इस ई-पास को बनाने को लेकर काफी विवाद हो गया है। ऐसे में राज्य की विपक्षी पार्टी बीजेपी ने तो पहले ही सवाल खड़ी कर दी थी। लेकिन अब सरकार चला रही पार्टी  सहयोगी दल के कार्य कारी अध्यक्ष डॉ इरफान अंसारी ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

वैसे तो जामताड़ा के विधायक सह झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ इरफान अंसारी अपने बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं। ऐसे में एक बार फिर उन्होंने अपनी सरकार ही द्वारा लागू किए गए ई-पास को हटाने का सुझाव दिया है। इरफान अंसारी ने कहा है कि ई-पास का निर्णय सरकार के लिए सही कदम नहीं है। ई-पास को लाना और पुलिस की तरफ से लोगों को मारना पीटना ठीक नहीं है। गांव के किसानों के पास मोबाइल नहीं है, ऐसे में वे ई-पास कैसे निकाल पाएंगे।

राज्य में ई-पास के कारण जहां आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है, वहीं जरुरी कार्य के लिए निकलनेवालों को फाइन तक देना पड़ा है। ऐसे में इस तरह के ई-पास के आचित्य पर विवाद तेज हो जाना लाजमी है।