उम्मीद की आंच पर तसल्ली पकाती मां की दास्तान

ज़िंदगी का एक मोड़ ये भी

रांची। कहते है जगत जननी मां के पैरो के नीचे स्वर्ग है पर इस घोर कलयुग में एक ऐसी भी मां है जिसकी खुद की ज़िंदगी ही नर्क बन गई है। आज बात एक ऐसी मां की जो उम्र के आखरी पड़ाव पर है और इस मतलबी दुनिया ने इस अभागन को उसके हाल पर छोड़ दिया है

एक मात्र बेटा मानसिक रोगी

आज मैं बात कार रहा हूं उस मां की जिनका नाम पुष्पा कुजूर है , और ये धुर्वा इलाके के – क्वार्टर संख्या 48 सेक्टर 1 ,तीसरा तल्ला , एचo ई o सी o कॉलोनी धुर्वा में रहती है। सहारे के रूप में इनके पास कुछ है तो वो है इनका एक बेटा, पर बदकिस्मती ऐसी की , इस लाचार मां का आखरी सहारा भी मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है।

लॉकडाउन में ज़िंदगी बद से बत्तर

मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से इस लाचार मां को ही इसका ध्यान रखना पड़ता है बीमार बेटे का व्यवहार भी उनके प्रति ठीक नहीं है। लॉकडाउन से पहले इनकी जिंदगी तो किसी तरह चल जाती थी, पर कोरोना काल में इनकी ज़िंदगी बद से बत्तर होती चली गई। अब इनके घर में न बिजली है, ना पानी का कोई साधन, खाना भी ये कोयले पे ही बनाती है।
लॉक डाउन के इस दौर में आम इंसान की ज़िंदगी तो मुश्किल से गुजर रही है ऐसे में इस माँ को बार भूखे पेट ही सोना पड़ता है कारण ये की लॉक डाउन की वजह से कोई मिलने वाला नहीं कोई देखने वाला भी नहीं। अब इनकी परिस्थिति ठीक नहीं हैं ये अपना सारा काम खुद से ही करती है। इनके पास आय का कोई स्त्रोत नहीं है ।

सामाजिक संगठन कर रहे मदद

समाज के कुछ अच्छे लोग और सामाजिक संगठन समय समय पर इनके घर पे जाते है और इनका हाल चाल लेते है। नाम नहीं बताने की शर्त पर एक नेक इंसान ने बताया की ‘मैं पुष्पा कुजूर के घर गया था। वहां देखा पाया की उनकी तबियत ठीक नहीं है। बात करते करते इस बेवस मां की आँखों में दर्द आंसू भी कई बार छलके पर इस खुदार माँ ने आंसू को समेटते हुए कहा की सब ठीक है।

बेवसी देख , सांसे रुक सी गयी

इनकी बेवसी देख मेरी तो मानो सांसे रुक सी गयी। हलाकि, अब तक मुझसे जितना से हो पाया है, मै करता आया हूँ। अंत में उस सज्जन ने कहाकि ‘आज यहां इस बात को शेयर करने का एकमात्र कारण है कि किसी तरह से इनकी, कोई मदद हो जाए।

मदद के हाथ बढ़ाये लोग

अगर कोई व्यक्ति खुद से करना चाहते है या किन्ही सज्जन का कोई परचिय है NGO इत्यादि से जो इस तरह के लोगों को किसी प्रकार से लाभ पंहुचा सके तो कृपया करके उनसे शेयर कीजिये और मै उनके इस योगदान के लिए बहुत बहुत धन्यबाद करूंगा’ क्योकि नर सेवा ही नारायण सेवा है।