रांची। कोरोना पहुंचा गांव, विपक्ष व सत्ताधारी दल आपस मे भिड़े

रांची । झारखंड में ग्रामीण इलाकों में कोरोना के संक्रमण को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। राज्य सरकार की तरफ से जो भी योजनाएं बनाई जा रही है, उसका असर कितना ग्रामीण इलाकों में दिखाई पड़ रहा है, यह एक बड़ा सवाल है। राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार अपने अधिकारियों और अपने कैबिनेट के मंत्रियों के साथ विचार विमर्श किया जा रहा है। ऐसे में लोगों की निगाहें सरकार और सरकारी महकमा पर ज्यादा है।

कोरोना की महामारी को सको लेकर ग्रामीण इलाकों से सही आंकड़े सामने नहीं आ रहे हैं। इसके कारण राज्य में अभी भी उहापोह की स्थिति बनी हुई है। विपक्षी पार्टी बीजेपी की तरफ से पहले ही कई सवाल खड़े किए गए, जिसमें कहा गया कि सरकार का ध्यान गांव की तरफ नहीं है। पार्टी प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कई सवाल उठाते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि सरकार इस मामले में पूरी तरह से फेल है।

 

हालांकि राज्य में सरकार चला रही पार्टी के सहयोगी दल कांग्रेस का मानना है कि गांव के इलाकों के साथ साथ शहरी इलाकों को लेकर राज्य सरकार तेजी से कार्य कर रही है। पार्टी के प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि राज्य सरकार कोरोना से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। बाकी राज्यों के मुकाबले यहां की स्थिति में काफी सुधार है।

राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दावा है कि राज्य के ग्रामीण इलाकों के लिए सरकार पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए पंचायत स्तर पर कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। उनका कहना है कि राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ साथ पंचायत स्तर पर सारी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की तैयारी कर ली है।

 

बहरहाल सरकार का दावा तो है कि ग्रामीण इलाकों की चुनौतियों को आसानी से निपटा जा सकेगा। लेकिन गाव के इलाके में जागरुकता की कमी के साथ साथ अफवाह और अँधविश्वास लोगों में काफी है, इसका असर सरकार द्वारा टलाए जा रहे कार्यक्रमों पर भी पड़ रहा है। ऐसे में सरकार किस तरीके से गांव में महामारी फैसलने से रोक पाती है, यह समय ही बताएगा।