सियासी उठापटक के बीच सत्ताधारी दल के विधायक जाएंगे छत्तीसगढ

रांची। झारखंड में सियासी उठापटक के बीच सत्ताधारी दल के विधायक जाएंगे छत्तीसगढ़

दिल्ली सें रांची के लिए चार्टर प्लेन हो रहा है रवाना

इधर- रांची में मुख्यमंत्री आवास में सत्ताधारी दल के सभी विधायकों का पहुंचना जारी

रांची। झारखंड में सरकार में सियासी हलचल के बीच अब यूपीए के विधायकों को छत्तीगढ़ के रायपुर में शिफ्ट करने की तैयारी है। जानकारी के अनुसार दिल्ली में चार्टर प्लेन बुक करा लिए गए हैं, जो थोड़ी ही देर में रांची एयरलौर्ट पर लैंड करनेवाले हैं। इधर मुख्यमंत्री आवास में भी हलचल तेज है। यूपीए के सभी विधायकों को सीएम हाउस बुला लिया गया है। इसके साथ साथ स्टेट गेस्ट हाउस में कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के साथ साथ सुबोधकांत सहाय और अन्य वरिष्ठ नेता बैठक कर रहे हैं। चार बजे के बाद कभी भी विधायकों को लेकर प्लेन उड़ान भर सकता है।

माना जा रहा है कि राज्य में जिस तरीके के हालात है, उसमें हॉर्स ट्रेडिंग की संभावना बरकरार है। ऐसे में यूपीए ने तय किया है कि सभी विधायकों को एकजुट कर छत्तीसगढ़ में रखा जाए। इससे किसी तरह की टूट को रोका जा सकता है।

कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि राज्य में जिस तरीके के हालात है, उसमें कांग्रेस के साथ साथ जेएमएम के भी कुछ विधायक टूट सकते हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ का रायपुर ही एक ऐसा सुरक्षित जगह है, जहां पर सभी को एकजुट रखा जा सकता है। क्योंकि छत्तीसगढ़ में काग्रेस की सरकार है। साथ ही अगर किसी तरह की विशेष परिस्थिति उत्पन्न होती है, तो चार से छह घंटे में सभी विधायकों को रांची लाया जा सकता है।

झारखंड में सत्ताधारी दल के पास 50 से अधिक विधायकों की संख्याबल है। बहुमत के लिए 41 का आंकड़ा होना जरुरी है। कांग्रेस के तीन विधायक कोलकाता में कानून के दायरे में फंसे हुए हैं। इसके अलावा कुछ विधायकों के टूटने की जानकारी यूपीए के वरिष्ठ नेताओं को है। ऐसे में इस तरह का कदम सरकार की तरफ से उठाया जा रहा है।