धनबादः भारी सुरक्षा के बीच हुआ अंतिम संस्कार,जानिए क्यों

कोविड 19 से असमय काल के गाल में समाने वाले 2 लोगों का अंतिम संस्कार मंगलवार को अहले सुबह कराया गया। उपायुक्त उमाशंकर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक अखिलेश बी वारियर, अनुमंडल दंडाधिकारी राज महेश्वरम ने खुद पीएमसीएच स्थित मार्चरी पहुंच कर 2 शवों को उठवाया।

दोनों के परिजनों की उपस्थिति में अहले सुबह 4.00 बजे बलियापुर अंचल के आमझर में बने शमशान घाट में अंतिम संस्कार कराया गया। कोविड से मृत 3 अन्य के परिजनों का इंतजार हो रहा है। उनके परिजनों के आने के बाद मंगलवार की रात ही उन तीनों का भी अंतिम संस्कार हो सकता है।

5 दिनों से पड़ा था शव

कोविड से जिला के विभिन्न अस्पतालों में मरने वालों का शव मर्चरी में रखा हुआ था। जिला प्रशासन ने आमझर में कोविड से मरने वालों के लिए 3 एकड़ जमीन चिह्नित कर शमशान घाट बनवाया। यहां चहारदिवारी बनवाया गया है. यहां पर कोविड से मरने वालों के अंतिम संस्कार से रोकने के लिए ग्रामीणों ने काफी हंगामा किया।

ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प 

 पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। डीसी और एसएसपी ने ग्रामीणों के साथ वार्ता कर मामला शांत कराया था। इसके बाद युद्धस्तर पर बाउंड्री बनाया गया और दो गेट लगाया गया। सुरक्षा के लिए यहां पुलिस बल की तैनाती की गयी।

आधी रात के बाद शुरू हुई अंतिम संस्कार की प्रक्रिया

सोमवार को आधी रात के बाद वरीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी पीएमसीएच पहुंचे। यहां मर्चरी में रखे 2 शव को उठाया। पहले पीएमसीएच के सफाई कर्मियों ने मृतकों का शव उठाने से इनकार कर दिया। फिर अधिकारियों ने उन्हें समझाया कि इसमें कोई खतरा नहीं है।

फिर दोनों शव को एंबुलेंस से आमझर ले जाया गया. अंतिम संस्कार के लिए लकड़ी एवं अन्य जरूर सामग्री की व्यवस्था भी प्रशासन की तरफ से ही कराया गया। वैदिक मंत्रौच्चारण के बीच अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान डीसी, एसएसपी एवं एसडीएम सहित कई वरीय अधिकारी वहां मौजूद रहे। सुबह 4 से 5 के बीच में यह प्रक्रिया पूर्ण हुई। इसके बाद अधिकारी वहां से निकले।