रांचीःछठी जेपीएससी नियुक्ति रद्द करने को लेकर 34 हजार अभ्यर्थी करेंगे आन्दोलन
- By admin --
- 17 Jul 2020 --
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पिछले छ: दिनों से आन्दोलन पर बैठे जेपीएससी के छात्रों ने झारखंड सरकार से मांग की है कि छठी जेपीएससी की नियुक्ति अविलंब रद्द हो, अन्यथा राज्यभर में जन आंदोलन छेड़ा जाएगा।
अपनी मांगों में अभ्यर्थी उमेश प्रसाद ने बताया कि छठी जेपीएससी के प्रीलिम्स से लेकर फाइनल रिजल्ट तक भारी अनियमितता बरती गई है जिससे अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश है।
अभ्यर्थी शाहिद ने बताया कि प्रीलिम्स की परीक्षा में 15 गुणा का उल्लंघन करके 18 गुणा रिजल्ट निकालना विज्ञापन का सीधा उल्लंघन है। यही नहीं आरक्षण का भी घोर उल्लंघन किया गया है। वहीं मुख्य परीक्षा में क्वालीफाइंग पेपर को कुल मार्क्स में जोड़कर विज्ञापन का उल्लंघन किया गया है।
पंकज मौर्या की मानें तो प्रत्येक पेपर के न्यूनतम अहर्तांक का भी पालन नहीं करने के साथ-साथ अंतिम रिजल्ट में भी सफल अभ्यर्थियों के साथ सेवा आवंटन में अनियमितता बरती गई है। वहीं पल्लवी ने कहा कि यह तमाम विसंगतियां मेधा घोटाले की ओर इशारा कर रही है, जो यहां के छात्र हरगिज़ बर्दाश्त नही करेंगे।
इस मामले पर छात्र उमेश प्रसाद व रीना सिंह ने सीधा सरकार व आयोग पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जब छठी जेपीएससी रद्द करने के मामले पर हाईकोर्ट में 35 से भी अधिक रिट हो चुकी है, तो सरकार इतनी शीध्रता क्यों दिखा रही है ? नियुक्ति प्रकिया पर कोर्ट का फैसला आने देना चाहिए।
झारखंड हाईकोर्ट में रिट याचिका रद्द को लेकर अगली सुनवाई 5 अगस्त निर्धारित है। प्रदीप राम की अदालत में इस केस की पैरवी पूर्व महाधिवक्ता अजित कुमार पैरवी करेंगे।