रांची: धोनी के फैसले से प्रशंसक स्तब्ध, भव्य विदाई की उम्मीद लिए फैंस में छायी मायूसी

भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल और बेहतरीन कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने 15 अगस्त की शाम 7.29 मिनट पर खुद के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सन्यास लेने की घोषणा कर दी।

एमएस धोनी द्वारा अचानक सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो जारी कर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा करने की घोषणा मिलते ही उनके प्रशंसकों में मायूसी छा गयी।

झारखंड और खासकर रांची के लिए पूरे देश-दुनिया में पहचान बने धोनी के प्रशंसकों को उम्मीद थी कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से धोनी की गवास्कर, कपिलदेव और अन्य नामी खिलाड़ियों के तरह भव्य विदाई होगी,लेकिन जिस सादगी से धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को विदा करने की घोषणा की, उससे लोगो में थोड़ी निराशा जरूर है, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल के दौरान लिये गये इस फैसले को कई लोग उचित भी ठहरा रहे है।

देश की क्रिकेट टीम को नायब सफलता दिलायी

एमएस धोनी ने अपनी कप्तानी के दौरान ना केवल देश की क्रिकेट टीम को आईसीसी की चार प्रमुख ट्रॉफी एकदिवसीय विश्व कप, टी ट्वेंटी, चैंपियनंस ट्रॉफी और टेस्ट क्रिकेट में नायब सफलता दिलायी, बल्कि उन्होंने ऐसी प्रतिभा को मौका देने का भी प्रयास किया, जो आज देश का नाम ऊंचा नाम कर रहे है।

इन तमाम कामयाबी ने महेन्द्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट इतिहास का सबसे बेहतरीन कप्तान बनाया। महेन्द्र सिंह धोनी ने साल 2007 में भारतीय टीम की कप्तानी संभालने के बाद 2017 तक कप्तानी की। इन सालों में उन्होंने भारतीय टीम को काफी ऊंचाईयों पर ले जाने में सफल रहे।