रांची। शहरी क्षेत्रों में भी उद्योगों को खोलने की छूट, मिलेगा मजदूरों को लाभ

रांची। झारखंड में शहरी क्षेत्रों में सभी प्रकार के उद्योगों को खोलने की छूट दे दी गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को इसका ऐलान किया। सिर्फ कंटेनमेंट जोन को इस छूट के दायरे से अलग रखा गया है। राज्य के ग्रामीण और औद्योगिक क्षेत्रों में यह रियायत पहले से ही है। सरकार के इस फैसले के बाद राज्य में औद्योगिक गतिविधि में तेजी आने की उम्मीद है। इसी के साथ प्रदेश लौट रहे मजदूरों को रोजगार भी मिलेगा, वैसे सीएम ने ये पहले ही बता दिया था कि कोरोना की स्थिति को देखते हुए धीरे-धीरे लॉकडाउन में छूट दी जाएगी।

लॉकडाउन-4.0 में उद्योग को खोलने की इजाजत

बता दें कि राज्य सरकार ने लॉकडाउन-4.0 में औद्योगिक क्षेत्रों में उद्योगों को खोलने की इजाजत दी। इससे औद्योगिक क्षेत्रों में मौजूद इकाइयां शुरू तो हुईं, लेकिन उससे जुड़ी छोटी-छोटी इकाइयों को चालू करने में परेशानी आ रही थी। कुछ दिन पहले झारखंड चेंबर ऑफ कॉमर्स के लोगों ने सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी,उस दौरान सीएम ने उन्हें लॉकडाउन में धीरे-धीरे ढील देने का भरोसा दिलाया था।

दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरोन का प्रयास है कि कोरोना संकट से लड़ते हुए राज्य की अर्थव्यवस्था को भी पटरी पर लाई जाए। जिससे प्रवासी मजदूरों को प्रदेश में रोजगार मिल सके। इससे पहले सीएम ने सभी तरह की वस्तुओं के लिए ई-कॉमर्स की अनुमति में संशोधन कर केवल जरूरी वस्तुओं की ई-कॉमर्स को मंजूरी दी।

रांची की 250 इकाइयों को मिलेगा लाभ

जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार के इस ताजा फैसले से रांची की ढाई सौ से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों को सीधा लाभ मिलेगा। राजधानी में 250 से ज्यादा छोटे और मझोले उद्योग कार्यरत हैं. इनमें रेडिमेड गारमेंट्स, बैग, मोमबत्ती और फर्नीचर से जुड़े उद्योग शामिल हैं।