लोहरदगा : शर्मनाक! नवजात को जिन्दा किया दफन, किलकारी ने बचायी जान

रास्ते से गुजर रहे राहगीर ने आवाज सुनकर बच्चे को मिट्टी से निकाला

झारखंड के लोहरदगा जिले में एक चौंकाने वाली घटना में नवजात को जिन्दा दफन करने की घटना सामने आयी है, लेकिन बच्चे की किलकारी ही उसकी जान बचाने में मददगार साबित हुआ। बच्चे की जान बच गयी और उसे देखभाल के लिए बाल कल्याण समिति को सौंप दी गयी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कुडू प्रखंड के चंदलाशो पंचायत डैम डेम के पास श्मशान भूमि के पास शनिवार को एक नवजात को दफन किया गया था।

पर उस बच्चे की किस्मत अच्छी थी कि वहां से गुजर रहे चंदलासो गांव निवासी मनी उरांव ने देर रात उस बच्चे की आवाज सुनकर वहां गया तो मिट्टी और झाड़ियों के नीचे से आवाज आ रही आवाज को सुनकर तुरंत अन्य स्थानीय ग्रामीणों और चंदलासो पंचायत के मुखिया परमेश्वर लोहरा को इसकी खबर दी।

ग्रामीणों ने तुरंत बच्चे को बाहर निकाल लिया और पुलिस और बाल कल्याण समिति को भी इसकी सूचना दी गई।  रात भर के लिए गांव के एक परिवार प्रकाश लोहरा को घर में बच्चे की देख रेख की जिम्मवेवारी सौंपी गयी, रविवार की सुबह कुडू थाने की पुलिस और बाल कल्याण समिति के सदस्य बालकृष्ण सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर छानबीन की।

माता-पिता के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही  पुलिस

बाद में उस बच्चे को लेकर इलाज़ के लिए रांची भेज दिया। बालकृष्ण सिंह ने बताया कि जिसने भी बच्चे को मिट्टी में दफनाया है ,वह  अपराध है। उन्होंने कहा कि बच्चे को रांची करुणा दत्तक केंद्र में पहुंचा दिया गया है, फिलहाल बच्चे को अच्छी इलाज़ की जरूरत है, क्योंकि मिट्टी में काफी समय रहने के कारण उसे कीड़े या चींटियों ने शरीर के कई स्थानों पर काट लिया है।  पुलिस नवजात के माता-पिता के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही है।