रांचीः प्रवासी मजदूरों के बारे में क्या कहे मुख्यमंत्री

सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक बार फिर मजदूरों के प्रति संवेदनशील हो गए हैं। उन्होंने कहाकि राज्य सरकार ने अपने प्रवासी कामगारों को लद्दाख और अंडमान जैसे दुर्गम स्थानों से वापस लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

अभी भी कई स्थानों पर राज्य के कई मजदूर फंसे हैं। उन्होंने दूसरे राज्यों के सरकार और उद्योगों और कॉरपोरेट घरानों से आग्रह किया है कि जो प्रवासी मजदूर घर आने की इच्छा रखते हैं,उन्हें झारखंड भेजने में सरकार की मदद करें।

आपको बता दें कि लॉकडाउन होने के कारण कई लोग दूसरे राज्य में फंसे है,उनको वापस लाने के लिए हेमंत सरकार लगातार कोशिश कर रही है। राज्य में अबतक साढ़े चार लाख से ज्यादा लोग घर वापसी कर चूके हैं। राज्य में आने वाले लोगों में सबसे अधिक प्रवासी मजदूर हैं।

हाल के दिनों में अंडमान और लेह लद्दाख पहली बार एयरलिफ्ट कर लोगों को वापस लाया गया। लेह लद्दाख से पहुंचे लोगों की आगुवाई करने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद मौजूद थे।