सांसद धीरज साहू के कई ठिकानों पर आईटी का छापा, करोड़ो कैश मिले !

रांची। झारखंड में एक बार फिर आईटी की टीम की तरफ से किए जा रहे रेड पर पूरे देश की निगाहें हैं। दरअसल लोहरदगा निवासी कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सह कारोबारी धीरज साहू के तीन राज्यों झारखंड, ओडिशा और प. बंगाल के 10 ठिकानों पर बुधवार से चल रही छापेमारी में आयकर विभाग ने अबतक 200 करोड़ रुपए से अधिक कैश जब्त करने की खबर है। हालांकि रकम को लेकर आईटी की तरफ से अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। गुरुवार को नोटों की गिनती जारी रही। आयकर विभाग ने शराब बनाने वाली कंपनी बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज के बोलांगीर कार्यालय से करीब 30 किमी दूर सतपुड़ा ऑफिस से 200 करोड़ रुपए कैश बरामद किए हैं।

 

500, 200 और 100 रुपए के नोटों की गड्डियां 9 अलमीरा में भरे हुए थे। इनकम टैक्स की झारखंड-ओडिशा-बंगाल में अबतक की यह सबसे बड़ी छापेमारी है। बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज पश्चिमी ओडिशा में सबसे बड़ी देसी शराब निर्माता और विक्रेता कंपनियों में से एक है। आयकर विभाग की 40 सदस्यीय टीम ने बुधवार की सुबह 6.30 बजे से ओडिशा के बौध, बोलांगीर, रायगढ़ा व संबलपुर के अलावा झारखंड के रांची-लोहरदगा और कोलकाता में एक साथ छापेमारी शुरू की थी। कार्रवाई अभी जारी है।

इस छापेमारी के बाद झारखंड जैसे राज्य में इतनी बड़ी रकम कैश में मौजूद रहने को लेकर राजनीतिक जगत में भी चर्चा तेज हैं। राज्य की विपक्षी पार्टी बीजेपी ने सीधे तौर पर राज्य की सत्ताधारी दलों पर निशाना साधा है।भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कांग्रेस सांसद धीरज साहू से जुड़े कंपनियों के कार्यालय और आवास में बड़ी मात्रा में  कैश की बरामदगी पर बड़ा हमला बोला।प्रतुल ने कहा ये फिर से साबित कर दिया है कि कांग्रेस और भ्रष्टाचार पर्यायवाची शब्द हैं।

 

प्रतुल ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी पर प्रश्न उठाने वाले लोगों के मुंह पर यह करारा तमाचा है।जब किसी एक व्यक्ति से जुड़ी कंपनियों के पास सिर्फ अरबों का कैश बरामद होता है तो उसके पास गैर कानूनी संपत्ति कितने की होगी इसका आकलन लगाना मुश्किल है।

 

प्रतुल ने कहा कि इस पूरे मामले में ईडी और सीबीआई को भी सामने आना चाहिए और सांसद धीरज साहू से कड़ाई से पूछताछ हो।प्रतुल ने कहा कि कांग्रेस के जब सिर्फ एक सांसद के पास अरबों का कैश है तो पूरी पार्टी ने कितने खरब का भ्रष्टाचार किया होगा, इसका अनुमान लगाना कठिन है।