झारखंडी युवाओं की आवाज दबाने की बजाय वादे निभाए सरकार : सुदेश

 

• सत्तारूढ़ कांग्रेस राज्य में जातीय जनगणना कराने की पहल करे

• 30 अप्रैल को आजसू पार्टी का राज्यस्तरीय सामाजिक न्याय मार्च रांची में

• विधानसभा प्रभारियों के साथ बैठक में राजनीतिक सामाजिक हालात पर चर्चा

रांची। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि हेमंत सरकार जितनी मशक्कत युवाओं की आवाज़ और वाजिब हक दबाने के लिए कर रही, उतनी मशक्कत सही नीति बनाने, नौकरी व रोजगार देने के लिए करती तो ये नौबत नहीं आती। सरकार वादे निभाने में नाकाम रही है। उसकी दोषपूर्ण नीति और नीयत के कारण युवा सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर हैं।

रांची स्थित पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने ये बातें कही। इससे पहले उन्होंने विधानसभा प्रभारियों के साथ राज्य में राजनीतिक और सामाजिक हालात पर चर्चा के साथ पार्टी के कार्यक्रमों की सफलता की समीक्षा की।

आजसू प्रमुख ने कहा कि नीयत नेक हो तो नीतियां सही बनती हैं। लेकिन राज्य सरकार की नीयत उजागर है। सवा तीन साल में ही सरकार ने हर वर्ग को निराश किया है। सबसे ज्यादा युवा वर्ग छला गया है।

सत्तारूढ़ कांग्रेस राज्य में जातीय जनगणना कराने की पहल करे

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि देर सही कांग्रेस ने जातीय जनगणना को लेकर आवाज उठाई है। झारखंड में सत्तारूढ़ कांग्रेस इस मांग के अनुरूप जातीय जनगणना कराने की सीधी और शीघ्र पहल करे। उन्होंने कहा कि बिहार समेत कई राज्यों में वहां की राज्य सरकारें जातीय जनगणना करा रही हैं। जबकि झारखंड में राज्य सरकार जातीय जनगणना कराये, इसके लिए हमने मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।अलग-अलग मंचों से हम और हमारी पार्टी लगातार यह मांग उठाती रही है।

30 अप्रैल को राज्यस्तरीय सामाजिक न्याय मार्च रांची में

सुदेश कुमार महतो ने बताया कि विस प्रभारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी 30 अप्रैल को रांची में आजसू पार्टी राज्यस्तरीय सामाजिक न्याय मार्च निकालेगी। पहले यह कार्यक्रम 23 अप्रैल को होना था। सामाजिक न्याय मार्च की तैयारियों को लेकर सभी विधानसभा प्रभारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गए हैं।

समीक्षा बैठक में मौजूद रहे

समीक्षा बैठक पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस, रामगढ़ विधायक सुनिता चौधरी, पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता के अलावा देवशरण भगत, रोशनलाल चौधरी, नीरु शांति भगत, यशोदा देवी, सुबोध प्रसाद, तरुण गुप्ता, अर्जुन बैठा, निर्मला भगत, भरत कांशी, रामधन बेदिया, हरेलाल महतो, बुलू रानी सिंह सरदार, तिवारी महतो, अनूप पांडे, रामजीत गौंझू, मंगल सिंह सुरीन, नंदलाल बिरुआ, रामलाल मुंडा, फणीभूषण महतो, माधव चंद्र महतो एवं मनोज सिंह मुख्य रूप से शामिल रहे।