पिछले पांच वर्षों में झारखंड़ में 1515.78 टन अवैध खनन की कोयला बरामद
- By rakesh --
- 02 Aug 2023 --
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पिछले पांच वर्षों में झारखंड़ में 1515.78 टन अवैध खनन की कोयला बरामद की गई
सुदूर और परित्यक्त खानों से अवैध खनन किया जाना कानून और व्यवस्था की समस्या है जो राज्य का विषय है
कोल इंडिया लिमिटेड के पट्टाधारी क्षेत्रों में कोई अवैध खनन नहीं हुआ है:- प्रह्लाद जोशी
भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य दीपक प्रकाश ने राज्यसभा में कोयला मंत्रालय से अवैध कोयला खनन, इसके विरुद्ध करवाई,अवैध खनन से राजस्व की नुकसान तथा झारखंड़ राज्य में अवैध खनन की स्थिति के बारे में जानकारी चाही ।
श्री प्रकाश को जानकारी देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया की कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) द्वारा कोयला उत्पादन के दौरान, विभिन्न कार्यकलापों के संचालन के लिए विभिन्न अधिनियमों, नियमों और विनियमों के तहत सभी सांविधिक प्रावधानों का अनुपालन किया जाता है। इस प्रकार अब तक कोल इंडिया लिमिटेड के पट्टाधारी क्षेत्रों में कोई अवैध खनन नहीं हुआ है।
आगे उन्होंने बताया कि सुदूर / एकांत स्थानों पर स्थित परित्यक्त खानों, उथले कोयला सीमों से कोयले का अवैध खनन किए जाने की सूचना मिली है। यह कानून और व्यवस्था की समस्या है जो राज्य का विषय है, अतः कोयले के अवैध खनन को रोकने / नियंत्रित करने हेतु आवश्यक निवारक कार्रवाई करना मुख्य रुप से राज्य / जिला प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में आता है।
कोयले के अवैध खनन की कोई भी घटना कोयला कंपनियों के संज्ञान में आने पर प्राथमिकी (एफआईआर)दर्ज की जाती है।
पिछले तीन वर्षों के दौरान सीआईएल में कोयले के अवैध खनन से सम्बन्धित मारे गए छापे में 2020-21 में 17 एफआईआर दर्ज की गई थी और 3 गिरफ्तारी हुई थी,2021-22 में 11 एफआईआर दर्ज हुई और 3 गिरफ्तारी हुई तथा 2022-23 में कुल 17 एफआईआर दर्ज हुई तथा 15 गिरफ्तारी हुई थी।
पिछले पांच वर्षों में झारखंड़ में 1515.78 टन अवैध खनन कोयला बरामद की गई
केंद्रीय मंत्री ने आगे बताया कि कोयले के अवैध खनन के कारण हुए नुकसान का सटीक उल्लेख करना संभव नहीं है। तथापि, सुरक्षा कार्मिकों द्वारा मारे गए छापों और संबंधित राज्य सरकार के कानून और व्यवस्था प्राधिकारियों के साथ मारे गए संयुक्त छापे के अनुसार पिछले पांच वर्षों में झारखंड़ और बंगाल दोनों ही राज्यो को मिलाकर एसीएल को कुल 281.9982 लाख रुपये तथा सीसीएल को 284.403 लाख रुपये का नुकसान हुआ।
श्री जोशी ने झारखंड़ में अवैध खनन की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि झारखंड़ में पिछले पांच वर्षों के दौरान 1515.78 टन अवैध खनन के द्वारा निकाली गई कोयला बरामद किया गया।