‘हिन्दपीढ़ी’ कंटेन्मेंटज़ोन से मुक्त 

28 दिनों से नहीं मिला है कोई भी कोरोना संक्रमित मरीज

‘हॉटस्पॉट’ से बदनाम था हिंदपीढ़ी

रांची। कोविड-19 के संभाव्य प्रसार को रोकने हेतु कॉन्टेनेमेंट ज़ोन घोषित किए गए हिन्दपीढ़ी को कंटेन्मेंट क्षेत्र से मुक्त करने के संबंध में रविवार को उपायुक्त रांची की अध्यक्षता में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की गई. आयोजित बैठक में सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक हिन्दपीढ़ी के सभी क्षेत्रों को कॉन्टेनेमेंट क्षेत्र से मुक्त करने का फैसला किया गया.

कई बिन्दुओ पर हुई चर्चा

बैठक में हिन्दपीढ़ी को पूर्ण रूप से कॉन्टेनमेन्ट क्षेत्र से मुक्त करने के संबंध में विभिन्न विषयों पर विचार विमर्श किया गया. 27 मई को हिन्दपीढ़ी के कई क्षेत्रों को कंटेन्मेंट ज़ोन से मुक्त कर दिया गया था. रविवार को  बचे हुए क्षेत्रों के बारे में फैसला लिया गया. सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के मुताबिक ऐसे क्षेत्र जहां 28 दिनों तक कोई भी मामला सामने नहीं आया हो उस क्षेत्र को कॉन्टेनेमेंट ज़ोन से मुक्त करने की अनुशंसा की गई है.

28 दिनों में कोई नया मरीज़ नहीं

जिला आपदा प्रबंधन समिति के समक्ष पेश किए गए रिपोर्ट के मुताबिक हिन्दपीढ़ी के क्षेत्र में आखिरी बार कोई मामला 28 दिन पहले सामने आया था. इसके अतिरिक्त पूरे क्षेत्र में मेडिकल स्क्रीनिंग का कार्य भी पूरा कर लिया गया है. ऐसे संभावित लोग जिनमें कोरोना जैसे लक्षण पाए गए थे, उन सभी के रिपोर्ट भी नेगेटिव पाए गए हैं. अतः 28 दिनों तक हिन्दपीढ़ी के वैसे क्षेत्र जो अभी तक कॉन्टेनेमेंट ज़ोन के तहत सील क्षेत्र  थे, उनमें कोई मामला देखने को नहीं मिला है. जिसके आधार पर बचे हुए पूरे क्षेत्र को भी अब सील एरिया से मुक्त किया जाता है.

उपायुक्त रांची की आमजनों से अपील

बैठक के उपरांत उपायुक्त रांची  राय महिमापत रे ने आमजनों से अपील करते हुए कहा कि, “हिन्दपीढ़ी को कंटेन्मेंट ज़ोन से मुक्त किए जाने के बाद लॉकडाउन के सभी नियम वहां शहर के अन्य हिस्सों की तरह लागू रहेंगे. कोई भी लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन ना करें. इससे आप खुद की और दूसरों की सुरक्षा भी कर पाएंगे. सोशल डिस्टैनसिंग का पूर्ण अनुपालन सभी पब्लिक प्लेस पर लागू होगा.