आतंक का पर्याय अमन श्रीवास्तव चढ़ा एटीएस के हत्थे, मुंबई से धर दबोचा गया !

रांची। झारखंड में आतंक का पर्याय बन चुका गैंगस्टर अमन श्रीवास्तव को एटीएस ने मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। अमन श्रीवास्तव पिछले सात साल से पुलिस के लिए मुश्किलें बढ़ा रखी थी। इन सात आठ साल के अंदर अमन श्रीवास्तव ने 23 जघन्य अपराधिक वारदातों को अंजाम दिया था। इसमें हत्या के दो, हत्या के प्रयास से चार, रंगदारी के 13, आर्म्स एक्ट के दो, यूपीए एक्ट का एक के अलावे राज्य के कई अन्य इलाकों में मामले शामिल हैं।

 

अमन श्रीवास्तव गैंग खासकर कोयला क्षेत्र में रंगदारी, दहशत फैलाकर लेवी और कई ऐसी घटनाओँ को अंजाम दे रहा था, जिजसे उसे पैसे के साथ साथ वर्चस्व को भी आगे बढ़ा सके। घटनाओँ को झारखंड के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश , तेलंगाना आदि इलाकों में रहकर अंजाम देता था। झारखंड पुलिस के कई मामलों में इसकीतालाश थी, लेकिन वह अक्सर पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता रहा था।

तेजी से इस गिरोह के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए झारखंड पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष तौर पर एटीएस को जिम्मेदारी दी। इसके बाद एटीएस की टीम ने लगातार इसके बारे में सूचनाएं इकट्ठी करनी शुरू कर दी। इसी क्रम में एटीएस को इस बात की जानकारी मिली कि अमन श्रीवास्तव मुंबई में अपना ठिकाना बना रखा है, जहां से घटनाओं को अंजाम दे रहा है। इसी सूचना के आधार पर एटीएस की टीम ने मुंबई पुलिस से सहयोग लिया और एक साथ ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया। इस ऑपरेशन में अमन श्रीवास्तव भागने का भी प्रयास किया, लेकिन एटीएस और मुबई पुलिस की नाकेबंदी के कारण वह वहां से निकल भागने में कामयाब नहीं हो सका। 15 मई की रात एटीएस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।