झारखंड में नक्सलियों पर नकेल कसने की कवायद तेज

अनुराग गुप्ता, महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड ने नक्सल उन्मूलन संबधित मुद्दों पर की समीक्षा बैठक ::

अनुराग गुप्ता, महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड ने आज दिनांक-15.01.2025 को पुलिस मुख्यालय सभागार में नक्सल उन्मूलन संबंधित मुद्दों पर व्यापक रूप से समीक्षा बैठक की।

नक्सली परिदृश्य से संबंधीत इस बैठक के क्रम में पूर्व से दिये गये निर्देश के अनुपालन की व्यापक रूप से समीक्षा की गई एवं उग्रवाद के सम्पूर्ण उन्मूलन हेतु माओवादी / अन्य उग्रवादी संगठन / Splinter Groups / अपराधिक गुटों का सम्पूर्ण रूप से निराकरण हेतु हेतु आसुचना तंत्र को मजबूत करने के साथ अन्य वांछित कार्रवाई करने संबंधी निम्नांकित निर्देश दिये गए :-

1. सभी पुलिस अधीक्षक अपने जिले में पूर्व में घटित ऐसे सभी मामलों की समीक्षा करेंगे यह भी सुनिश्चित करेंगे कि माओवादी / Splinter Groups / अपराधिक गुटों द्वारा धमकी से संबंधित जो भी सूचना पीड़ित द्वारा दी जाती है. उसमें प्राथमिकी दर्ज किया जाय।

2 सभी पुलिस अधीक्षक विशेष रूप से नक्सल प्रभावित जिलों में माओवादी / Splinter Groups/अपराधिक गुटों के द्वारा आगजनी / तोडफोड से सबंधित दर्ज मामलों का विशेष रूप से समीक्षा कर यथाशीघ्र वांछित कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे। संबंधित प्रक्षेत्रिय पुलिस महानिरीक्षक / क्षेत्रीय पुलिस उप-महानिरीक्षक इसका अनुपालन अपनी देख-रेख में कराना सुनिश्चित करेंगे।

3 विभिन्न काण्डों में माओवादी / Splinter Groups/अपराधिक गुटों के जो भी अभियुक्त फिरार हैं, उनके विरूद्ध प्रभावी कुर्की जप्ती की कार्रवाई की जाय।

4 फिरार नक्सली/अपराधकर्मी के चल-अचल सम्पत्ति की कुर्की जप्ती की कार्रवाई करना यथाशीघ्र सुनिश्चित करेंगे।

5 सभी पुलिस अधीक्षक अपराध के माध्यम से अर्जित किये गये सम्पत्तियों को चिन्हित कराते हुए उसका documentation का कार्य अद्यतन करते हुए वाछित कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।

6. नक्सल / Splinter Groups/अपराधी गुट के प्रत्येक सदस्य का प्रोफाईल बनाकर सभी पुलिस अधीक्षक “know your enemy/ know your friend” के आधार पर अपने अधीनस्थ पदाधिकारी एवं कर्मियों को अवगत कराना सुनिश्चित करेंगे ताकि जिलों में स्थापित थाना/पुलिस पिकेट में पदस्थापित / प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मी यह अच्छी तरह से जान पायें कि उनके क्षेत्र में कौन से नक्सल / Splinter Groups / अपराधी गुट सक्रिय हैं, जिससे उनके विरूद्ध वांछित कार्रवाई की जा सके।राज्य के जिस ईकाई से आसूचना प्राप्त होती है. उसका त्वरित गति से सत्यापन करते हुए सभी पुलिस अधीक्षक (विशेष तौर पर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के) यथाशीघ्र वांछित कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।

8. फिरार नक्सलियों की गिरफ्तारी हेतु उनके विरूद्ध उचित माध्यम से पुरस्कार हेतु प्रस्ताव समर्पित करना सुनिश्चित करेंगे।

9. नक्सलियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान और सरेंडर पॉलिसी को और प्रभावी बनाने हेतु व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करते हुए ज्यादा से ज्यादा लोंगों को मुख्य धारा में जोड़ने हेतु साकारात्मक प्रयास सुनिश्चित किया जाय।

10 सरकार द्वारा चलाये जा रहे पुनर्वास योजना के अंतर्गत नक्सलियों के आत्मसमर्पण पश्चात उनके संबंध में यह समीक्षा की जाय की पुनर्वास योजना के अंतर्गत दिये जाने वाले संपूर्ण लाभ आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिल रही है या नहीं, अगर आत्मसमर्पित नक्सली किसी लाभ से वंचित हैं तो उक्त संदर्भ में यथाशीघ्र वांछित कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे।

इस बैठक में महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड के अतिरिक्त श्री अखिलेश झा प्रक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक राँची, श्री अमोल विनुकांत होमकर पुलिस महनिरीक्षक, अभियान झारखण्ड, श्री अनुप बिरथरे पुलिस महानिरीक्षक एस०टी०एफ०, श्री उत्कृष्ट प्रसुन संयुक्त सहायक निदेशक आई०बी० श्री इन्द्रजीत माहथा पुलिस उप महानिरीक्षक झारखण्ड जगुआर, श्री सतीश लिंडा पुलिस उप-महानिरीक्षक सी०आर०पी०एफ०, श्री चन्दन झा पुलिस उप-महानिरीक्षक एस०आई०बी० श्री नाथु सिंह मीणा पुलिस अधीक्षक एस०आई०बी०, कर्नल के० ए० खान पर्यवेक्षक सी०आई०ए०टी०एस० एवं श्री अमीत रेणु पुलिस अधीक्षक अभियान एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी भौतिक रूप से एवं प्रक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक बोकारो एवं पलामू क्षेत्रीय पुलिस उप-महानिरीक्षक रॉची/बोकारो / हजारीबाग / चाईबासा एवं पलामू तथा सभी पुलिस अधीक्षक विशेष तौर पर चाईबासा / सरायकेला खरसांवा / खूँटी / गुमला / लातेहार / गढ़वा / पलामू / चतरा / हजारीबाग / रामगढ़ / सिमडेगा / बोकारो / गिरिडीह एवं लोहरदगा विडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से उपस्थित थे।