*कोरोना वैक्सीन: PM मोदी बोले- सफलता के करीब भारत, कीमत-टीकाकरण पर पढ़ें 10 बड़ी बातें*

कोरोना वैक्सीन

कोरोना वैक्सीन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया. पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में बताया कि भारत को अगले ही कुछ हफ्तों में वैक्सीन मिल सकती है, देश के वैज्ञानिक बड़ी सफलता के करीब हैं. अपने संबोधन में पीएम मोदी ने वैक्सीन की कीमत, उसके वितरण और राज्यों के साथ समन्वय पर खुलकर बात की. सर्वदलीय बैठक में करीब एक दर्जन से अधिक राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए.

पीएम मोदी ने वैक्सीन के संबंध में क्या कहा, दस बड़ी बातें जानिए…

1. भारत वैक्सीन बनाने के बेहद करीब है और देश के वैज्ञानिक काफी उत्सुक हैं. देश को अगले कुछ हफ्तों में ही वैक्सीन मिल सकती है.

2. देश में कुल आठ वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है, क्योंकि भारत में 3 वैक्सीन बन रही हैं जबकि दुनिया की कई वैक्सीन का प्रोडक्शन भी भारत में होना है.

3. भारत ने एक खास सॉफ्टवेयर बनाया है, Co-WiN. जिसमें आम लोग कोरोना वैक्सीन से उपलब्ध स्टॉक और उससे जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध रहेगी.

4. एक नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप बनाया गया है. पीएम मोदी के मुताबिक, इस ग्रुप में केंद्र के लोग, राज्य सरकारों के लोग और एक्सपर्ट हैं. कोरोना वैक्सीन के वितरण पर यही ग्रुप सामूहिक रूप से निर्णय लेगा.

5. कोरोना की वैक्सीन पहले बुजुर्गों, कोरोना वॉरियर्स, अधिक बीमार लोगों को दी जाएगी. वितरण के लिए एक नीति बनाई जाएगी, जिसके तहत अलग-अलग चरण होंगे.

6. वैक्सीन की कीमत क्या होगी, इसपर केंद्र और राज्य मिलकर फैसला लेंगे. कीमत पर फैसला लोगों को देखते हुए किया जाएगा और राज्य की इसमें सहभागिता होगी.

7. वैक्सीन के वितरण को लेकर केंद्र और राज्य की टीम मिलकर काम करेंगी. भारत के पास वैक्सीन को बांटने की क्षमता दुनिया में सबसे बेहतर है.

8. देश के हर कोने में वैक्सीन पहुंचाने के लिए कोल्ड चेन को मजबूत किया जाना है. केंद्र और राज्य मिलकर इसपर काम कर रहे हैं.

9. भारत आज उन देशों में है, जहां हर रोज टेस्टिंग सबसे अधिक हो रही है. साथ ही रिकवरी रेट भी सबसे अधिक है और मौतों की संख्या कम हो रही है.

10. कोरोना के खिलाफ लड़ाई में विकसित देशों को भी काफी मुश्किल हुई है लेकिन भारत ने एक राष्ट्र के तौर पर बेहतरीन काम किया है. राजनीतिक दलों को वैक्सीन वितरण से जुड़ी किसी भी तरह की अफवाह फैलने से रोकना चाहिए.