बीजेपी 48 सीटें जीत गई, फिर भी दूल्हे वाली समस्या से जूझ रही है पार्टी

दिल्ली का सीएम कौन ?

दिल्ली चुनाव में बीजेपी 48 सीटें जीत गई, फिर भी दूल्हे वाली समस्या से जूझ रही है. CM की रेस में 48 घंटे से कौन से दो चेहरे ट्रेडिंग हैं, ये हम आपको बताने जा रहे हैं. सबसे ज़्यादा चर्चा विजेंद्र गुप्ता और रेखा गुप्ता के नामों की ही है.

विजेंद्र गुप्ता क्यों हो सकते हैं पसंद?
विजेंद्र गुप्ता रोहिणी से लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए हैं.
विजेंद्र 2015 और 2020 में AAP की लहर में भी जीते थे.
विजेंद्र 2015 से 2020 तक दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे.
विजेंद्र गुप्ता दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ के उपाध्यक्ष रह चुके हैं.

रेखा गुप्ता कितनी ताकतवर?
रेखा गुप्ता पहली बार शालीमार बाग से विधायक बनी हैं.
रेखा 2015 से चुनाव लड़ रहीं है, 2025 में पहली बार जीती हैं।
रेखा 2 बार पार्षद रह चुकी हैं, दिल्ली में RSS की सक्रिय सदस्य हैं
रेखा गुप्ता भी DU छात्र संघ की अध्यक्ष और सचिव रह चुकी हैं।

विजेंद्र गुप्ता का प्लस प्वाइंट है कि उन्होंने दिल्ली विधानसभा में पार्टी के सबसे बुरे दौर में उसका झंडा उठाए रखा…रेखा गुप्ता का प्लस ये है कि महिला वोट बड़ी संख्या में बीजेपी की तरफ लौटा है. महिला CM बनाकर बीजेपी इस रुझान को और बढ़ाने पर काम कर सकती है. लेकिन बीजेपी नेतृत्व के पास CM को लेकर अंतिम समय तक चौंकाने की कला रिज़र्व है. इसीलिये फिर से 2 और नाम रेस में लौटकर आए जो कुछ दिन पहले थे, फिर बहुत पीछे हो गए थे. ये नाम हैं राजकुमार भाटिया और अजय महावर.