IAS/IPS वाला गांव, 60 घर में 47 अफसर: जमीन नहीं थी इसलिए बने अफसर !
- By rakesh --
- 25 Sep 2022 --
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यूपी का IAS/IPS वाला गांव, 60 घर में 47 अफसर: खेती के लिए जमीन नहीं थी इसलिए अफसर बनने लगे, त्योहारों पर नीली बत्ती से रोशन होता है गांव
जौनपुर का एक गांव है…माधोपट्टी। जिला मुख्यालय से महज 6 किलोमीटर दूर। गांव में कुल 60 घर हैं। वोटर लिस्ट में 830 लोगों का नाम दर्ज है। जो पहली बार सुनते हैं कि इस गांव से अब तक 47 IAS/IPS अधिकारी चुने गए हैं, तो उन्हें यकीन ही नहीं होता। मगर सच यही है।
माधोपट्टी के 60 में से 55 घर राजपूत वर्ग के हैं। बिहार या फिर यूपी के अलग-अलग हिस्सों में आजादी से पहले बहुत जमीन होती थी। माधोपट्टी में ऐसा नहीं था। यहां के लोगों के पास जमीनें तो थीं, लेकिन इतनी नहीं कि उसी के सहारे जीवन आगे बढ़ाया जा सके। इसलिए लोगों ने शिक्षा की तरफ ज्यादा ध्यान दिया!
1993 में UPSC के इंटरव्यू तक पहुंचे गांव के ही सरकारी टीचर कार्तिक सिंह बताते हैं, “ब्रिटिश काल में ही यहां के लोगों का ध्यान शिक्षा हासिल करने पर था। सबका उद्देश्य बड़ा अधिकारी बनना होता था। पढ़ाई के लिए पहले कोई गांव से बाहर नहीं गया। सब यहीं यूपी बोर्ड से ही पढ़े थे।”
IAS उद्देश्य था, पर PCS पर आकर अटक गए
कार्तिक बताते हैं, “1980 के बाद लोग तैयारी करने के लिए इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में रहने लगे थे। मैंने भी 1991,1992 और 1993 में परीक्षा दी। उस वक्त गांव के 18 लोग परीक्षा में बैठे थे। सभी का लक्ष्य IAS बनना था, लेकिन कुछ लोग PCS पर आकर अटक गए।”