‘निसर्ग’ चक्रवात का खतरा बरक़रार

नाराज़ प्रकृति बार बार दे रही संकेत

मुंबई।  कोरोना महामारी से तार-तार हुई गुजरात और मुंबई अभी डगमगा ही रही है की निसर्ग चक्रवात का खतरा मंडरा मुँह बाये सामने खड़ा है । महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों की ओर पहुंच रहा तूफान निसर्ग अगले 12 घंटों में चक्रवाती तूफान में बदलने वाला है। यह तूफान बुधवार को मुंबई के करीबी तटीय इलाकों से टकरा सकती है. मुंबई में ऐसा काफी दिंनो के बाद, दूसरी बार ऐसे खतरे से दो चार होना पड़ेगा। जब कोई चक्रवाती तूफान यहां पहुंचेगा. महाराष्ट्र पहले ही 70 हज़ार कोरोनावायरस मामलों से जूझ रहा है। 

अगले 12 घंटे देश के लिए भारी -मौसम विभाग

आईएम् डी पुणे की माने तो अरब सागर में बन रहे दबाव के क्षेत्र को मद्देनज़र रखते हुए चेतावनी जारी किया है कि यह मामूली सा दिखने वाला तूफ़ान अगले 12 घंटों में भयंकर चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. गुजरात और मुंबई समेत इसके आसपास के तटीय इलाकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि इस तूफान के अगले छह घंटों में उत्तरी दिशा में बढ़ने की आशंका है और उसके बाद यह उत्तर-उत्तरपूर्वी दिशा में बढ़ सकता है

3 जून सबसे महत्वपूर्ण

जिसके बाद यह 3 जून की दोपहर तक उत्तरी महाराष्ट्र से लगते दक्षिणी गुजरात के हरिहरेश्वर (रायगढ़, महाराष्ट्र) और दमन के बीच के तटीय इलाकों तक पहुंच सकता है. पिछले छह घंटों में पूर्वी-मध्य अरब सागर में बन रहा दबाव 11 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ा है. मंगलवार की सुबह साढ़े पांच बजे तक यह दबाव और तेज हुआ है, जिसके बाद अभी इसका सेंटर पंजिम  से 280 किमी पश्चिम-दक्षिणी पश्चिम, मुंबई  से 490 किमी दक्षिण-दक्षिणी पश्चिम और सूरत  से 710 किमी के दक्षिण-दक्षिणी पश्चिम में अरब सागर में केंद्र पर है.

दो मीटर से ज्यादा ऊंची लहरें उठ सकती हैं

मौसम विभाग का कहना है कि इस समुद्री तूफान में दो मीटर से ज्यादा ऊंची लहरें उठ सकती हैं और ये लहरें लैंडफॉल के दौरान मुंबई, ठाणे और रायगढ़ जिले के निचले तटीय इलाकों से टकराएंगी. मछुआरों को इसके लिए अलर्ट कर दिया गया है और समुद्र से वापस आने को कहा गया है. चेतावनी जारी की गई है कि तूफान से झोपड़ियों और कमजोर घरों को नुकसान पहुंच सकता है, वहीं पॉवर और कम्यूनिकेशन लाइन डाउन हो सकती है.

हाई अलर्ट पर सरकार

महाराष्ट्र सरकार की ओर से जानकारी दी गई है कि ऐसे अस्पताल जहां कोविड-19 के मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है, उन्हें चक्रवात से प्रभावित होने वाले लोगों की मदद के लिए तैयार किया जा रहा है. यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि तूफान के चलते बिजली की सप्लाई में रुकावट न आए।

एक टीम में होते है 45 जवान-अधिकारी

महाराष्ट्र और गुजरात में एनडीआरएफ की 31 टीमों को तैनात किया गया है. आपको बता दें कि कुल एक हज़ार 395 एनडीआरएफ के जवान किसी भी स्थिति से निबटने के लिए तैयार हैं की एनडीआरएफ के डायरेक्टर जनरल एसएन प्रधान ने कहा, ‘निसर्ग एक भीषण चक्रवाती तूफान है और हमारा अनुमान है कि इस दौरान 90-100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी, जो कि हम मैनेज कर सकते हैं, लेकिन फिर भी हम बचाव के तौर पर महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों से लोगों को महफूज़ जगह पर पहुंचा रहे है