दृष्टिबाधित सौरभ गुप्ता का चयन माइक्रोसॉफ्ट में, इलाके के लोग गौरवान्वित

मेहनत करनेवालों का साथ उपरवाला भी देता है

चतरा / टंडवा: एक कहावत है कि मेहन करनेवालों को उपरवाला हमेशा ख्याल रखता है। ऐसा ही एक उदाहरण एक ग्रामीण इलाके से सामने आया है। झारखंड के चतरा जिले के टंडवा इलाके का एक दृष्टिबाधित छात्र सौरभ गुप्ता का चयन जब माइक्रोसाफ्ट में किया गया तब पूरे इलाके में खुशी की लहर दिखाई पड़ी। सौरभ फिलहाल दिल्ली में इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष का छात्र है। माइक्रोसॉफ्ट ने उसका चयन 51 लाख सालाना के पैकेज पर किया है। अब इलाके में जहां चर्चा तेज है वहीं उसके माता-पिता भी गर्व से फूले नहीं समा रहे हैं।

 

माइक्रोसाफ्ट में चयन पर रौनियार बिसुन दयाल समाज ने किया सम्मानित

चट्टीगाड़ीलौंग निवासी दृष्टिबाधित सौरभ गुप्ता की सफलता पर रौनियार बिसुन दयाल समाज ने उन्हें सम्मानित किया। समाज की अध्यक्षता दशरथ प्रसाद गुप्ता तथा संचालन सचिव रंजीत कुमार गुप्ता ने किया । सौरभ गुप्ता पिता महेश प्रसाद को माला पहनाकर व शाल देकर सम्मानित किया। सौरभ का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि सौरभ ने इतिहास रचने का कार्य किया है। सचिव रंजीत कुमार गुप्ता ने कहा कि कड़ी मेहनत व लगन से प्रयास किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है। सौरभ में यह साबित कर दिखाया कि दिब्यांगता अभिशाप नही वरदान है। उन्होंने कहा कि सौरभ की इस सफलता में उनके माँ व पिताजी का भी अतुलनीय योगदान है। कहा कि आज टंडवा व चतरा नही बल्कि पूरा झारखण्ड सौरभ की सफलता पर खुशी मना रहा है। कहा कि सौरभ ने जो समाज को एक बहुत बड़ा संदेश देने का काम किया है। कहा की समाज में लोग दिब्यांग को अलग दृष्टि से देखता है इस धरना को बदलने की जरूरत है।

माइक्रोसॉफ्ट ने 51 लाख सालाना पैकेज पर किया है चयन

गौरतलब है शिक्षक महेश प्रसाद के दृस्टिबाधित पुत्र सौरभ का चयन माइक्रोसाफ्ट कंपनी में इक्यावन लाख के वार्षिक पैकेज में हुवा है। वर्तमान में सौरभ दिल्ली में तीसरे वर्ष में इंजीनियरिग की पढ़ाई कर रहें मौके जिला अध्यक्ष नाथु प्रसाद गुप्ता उपाध्यक्ष छोटू गुप्ता कोषाध्यक्ष विनोद गुप्ता राजेश गुप्ता रंजीत प्रसाद प्रभास कुमार राकेश गुप्ता सुशील गुप्ता दीपक गुप्ता कैलाश गुप्ता महेंद्र कुमार जगदीश साव नाथू साव संतोष प्रसाद आदि मौजूद थे।