‘हिका’ बना नई आफत
- By admin --
- 01 Jun 2020 --
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‘अम्फान’ के बाद अब ‘निसारगा ‘ मचा सकता है कोहराम
रांची। देश में कोरोना की मार सबसे ज्यादा झेल रहे गुजरात और महाराष्ट्र को अब कोरोना के साथ साथ ‘हिका’ का भी सामना करना पड़ेगा क्यूंकि ‘दक्षिण पूर्व- अरब सागर के ऊपर अगले 48 घंटों के दौरान पूर्व मध्य पर निम्न दवाब के क्षेत्र में तब्दील होने के बाद अगले 48 घंटों के दौरान और तीव्र होकर, और तीव्र हो सकता है। सामने दिख रहे खतरे के मद्देनज़र
गुजरात-महाराष्ट्र में एनडीआरएफ़ की टीमें तैनात की गई है
‘अम्फान’ ने मचाई थी बंगाल और ओडिशा में भारी तबाही
आपको यहाँ याद दिला दे की मई माह के अंत में अम्फान तूफान ने बंगाल और ओडिशा में भारी तबाही मचाई थी। भारतीय मौसम विभाग आईएमडी पुणे ने अपनी बुलेटिन में कहा कि ‘दक्षिण पूर्व-पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर अगले 48 घंटों के दौरान एक निम्न दवाब का क्षेत्र बनेगा. यह उसके अगले 48 घंटों के दौरान और तीव्र होकर डिप्रेशन में बदलेगा और उसके बाद और तीव्र हो सकता है.
महाराष्ट्र और गुजरात पर खतरा
कोरोना महामारी का कहर झेल रहे महाराष्ट्र और गुजरात पर अब हिका चक्रवाती तूफान का कहर मंडरा रहा है. भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, इन दोनों राज्यों में अगले कुछ घंटों में तूफान हिका दस्तक दे सकती है. आसमान में बादल छाए हुए हैं और समुद्री लहरें तेज हो गई हैं.
आईएमडी पुणे ने किया आगाह
मौसम विभाग के अनुसार जिस समय यह चक्रवात जमीन से टकराएगा, उस वक़्त हवा की गति 120 किलोमीटर रहेगी, जिससे भारी नुकसान होने का अनुमान है. इसे देखते हुए गुजरात के तटीय इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में एनडीआरएफ़ ने 9 टीमों तैनात की हैं. इनमें से तीन टीमें मुंबई, दो पालघर में और ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी तथा सिंधदुर्ग में एक-एक टीम को तैनात किया गया है.मौसम विभाग ने बताया है कि यह तूफान गुजरात के द्वारका ओखा और मोरबी से टकराता हुआ, कच्छ की ओर जा सकता है. संभावना जताई जा रही है कि अन्य तूफानों के तरह यह भी कच्छ के कंडला और आसपास के इलाकों में भारी नुकसान पहुंचा सकता है.
आधिकारिक तौर पर इस तूफान का नामकरण नहीं किया गया है. ऐसा तब तक नहीं किया जाता हैजब तक कि निम्न दबाव का क्षेत्र साइक्लोनिक तूफान में तब्दील नहीं होता है. हालांकि, सोशल मीडिया पर ये तूफान ‘हिका’ नाम से शेयर किया जा रहा है. अरब सागर में बना निम्न दबाव का क्षेत्र अगर तूफान में बदलेगा तो इसका नाम निसारगा होगा.