रांचीः दोनों शहीदों का आज होगा अंतिम संस्कार, राज्यपाल और मुख्यमंत्री देंगे श्रद्धांजलि

चीनी सैनिकों के हमले में लद्दाख् की गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों में झारखंड के भी दो जवान हैं। इनमें साहेबगंज के कुंदन झा और बहरागोड़ा के गणेश हांसदा हैं। दोनों जवानों का पार्थिव शरीर आज विशेष विमान से रांची लाया जाएगा।

रांची एयरपोर्ट पर राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व अन्य लोग शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। रांची से सेना के वाहन से पार्थिव शरी को साहेबगंज और बहरागोड़ा लाया जाएगा।

सोशल डिस्टेसिंग का रखा जाएगा ख्याल

साहेबगंज और बहरागोड़ा में शहीद जवानों के शव पहुंचने के बाद यहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए प्रशासन की ओर से व्यवस्था की गई है। जानकारी के मुताबिक, एक बार में पांच से अधिक लोग श्रद्धांजलि नहीं देंगे। वहीं जिस स्थान पर शहीदों का अंतिम संस्कार होगा, वहां भी भीड़ नहीं होने दी जाएगी।

बता दें कि लद्दाख के गलवान घाटी में सोमवार रात को हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे। इनमें झारखंड के साहेबगंज के कुंदन कुमार ओझा और बहरागोड़ा के गणेश हांसदा भी शामिल हैं। साहेबगंज के कुंदन ओझा का 17 वर्ष की उम्र में आर्मी के लिए सिलेक्शन हुआ।

बिहार रेजीमेंट में ज्वाइन करने के बाद 2017 में सेना के अनुमति के बाद उनकी शादी हुई। 3 साल बाद घर में लक्ष्मी के रूप में एक बेटी ने जन्म लिया था जो महज 19 दिन की है। शहीद कुंदन अपनी बेटी का चेहरा भी नहीं देख पाए।

वहीं पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत चिंगड़ा पंचायत कोसाफालिया (बांसदा) निवासी 21 वर्षीय गणेश हांसदा (बैच नंबर-167) सितंबर-2018 में बिहार रेजिमेंट की ए-कंपनी में भर्ती हुए थे। पिता सुबदा हांसदा ने कहा कि गणेश 5 दिसंबर को घर आए थे। 27 जनवरी को बेटे को विदा किया था। क्या पता था बेटे की अंतिम विदाई होगी।

3 फरवरी तो लेह पहुंचने के बाद गणेश ने फोन पर जानकारी दी थी कि वह सही सलामत डयूटी ज्वाइन कर लिया है। बकौल सुबदा, गणेश में सेना में भर्ती होने का जुनून सवार था। बेटा शहीद हो गया, लेकिन घर-परिवार तथा गांव का नाम रोशन कर गया।