महिलाओं को सम्मान, अधिकार और अवसर मिले, यह हमारी प्राथमिकता : सुदेश

• महिलाओं को सम्मान, अधिकार और अवसर मिले, यह हमारी प्राथमिकता : सुदेश महतो
• सिल्ली विधानसभा स्तरीय महिला सम्मलेन आयोजित, कई महिलाओं को किया गया सम्मानित
• सिल्ली में नवनिर्मित कला सांस्कृतिक भवन का किया लोकार्पण

रांची: महिलाओं को सम्मान, समान अधिकार और अवसर मिले यह हमारी प्राथमिकता है। नारी शक्ति के सम्मान के बिना सभ्य और प्रगतिशील समाज की कल्पना भी अधूरी है। भारतीय संस्कृति में भी महिला सम्मान सर्वोपरि है।

उक्त बातें सिल्ली के विधायक सुदेश कुमार महतो ने नवनिर्मित कला एवं सांस्कृतिक भवन सिल्ली में आयोजित सिल्ली विधानसभा स्तरीय महिला सम्मेलन में कही। इस दौरान उन्होंने सामाजिक क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया।

उन्होंने कहा कि सिल्ली विधानसभा क्षेत्र को विकसित, शिक्षित और सशक्त बनाने में यहां की महिलाओं की भूमिका अतुलनीय है, उनके योगदान और साथ से हम राज्य के नवनिर्माण की भी पटकथा लिखेंगे।

सुदेश महतो ने कहा कि पिछले साढ़े चार में राज्य के अंदर इस सरकार की गलत नीतियों और दिशाहीन नेतृत्व के चलते महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध और हिंसा में बढ़ोतरी हुई है।

उन्होंने कहा कि महिलाओं को पीएचडी तक की निःशुल्क शिक्षा का वादा कर के सत्ता में आई यह सरकार अपने वादे को भूल गई है। साथ ही हर अनुमंडल मुख्यालय में महिला महाविद्यालय की स्थापना की बात शायद इन्हें याद भी नहीं। शिक्षकों की कमी से शिक्षा का स्तर गिरा है। जिसका सबसे अधिक नुकसान गरीबों और वंचितों को हुआ है।

• कला सांस्कृतिक भवन का हुआ उद्घाटन
सिल्ली में नवनिर्मित कला एवं सांस्कृतिक भवन का उद्घाटन पूर्व उपमुख्यमंत्री सह सिल्ली विधायक सुदेश कुमार द्वारा किया गया। मौके पर उन्होंने कहा कि कला संस्कृति समाज में सहयोग, सहभागिता, समानता, समृद्धि और समरसता को बढ़ावा देती है। हमें अपनी संस्कृति पर गर्व है और इसे वैश्विक पटल पर स्थापित करना और अधिक से अधिक युवाओं को इस क्षेत्र से जोड़ना हमारा मुख्य उद्देश्य है। इसी उद्देश्य को धरातल पर उतारते हुए आज सिल्ली में बने विश्वस्तरीय कला एवं सांस्कृतिक भवन का उद्घाटन किया। यह भवन राज्य की कला संस्कृति को बढ़ावा देने और लोक कलाकारों को उचित सम्मान देने का एक सशक्त मंच बनेगा। अधिक से अधिक युवा कला संस्कृति के क्षेत्र से जुड़े और अपने राज्य के स्वर्णिम विरासत को अपना कर आने वाली पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण योगदान दें। मौके पर कई स्थानीय कलाकारों ने अपनी कला का अद्भुत प्रदर्शन किया।