सीआईपी के सामने जेएमएम-कांग्रेस का प्रदर्शन स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता देने की मांग सुरक्षाकर्मियों को कम वेतन देने का आरोप

  • सीआईपी के सामने जेएमएम-कांग्रेस का प्रदर्शन
  • स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता देने की मांग
  • सुरक्षाकर्मियों को कम वेतन देने का आरोप

रांची के कांके स्थित सीआईपी में नियुक्ति मामले को लेकर कांग्रेस और जेएमएम पिछले दो दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सीआईपी में होने वाली नियुक्तियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिले.

सीआईपी में नियुक्ति और सुरक्षा एजेंसी एसआईएस को लेकर कांग्रेस और जेएमएम का प्रदर्शन जारी है. सीआईपी परिसर में आंदोलनरत दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने कहा कि सीआईपी में होने वाले नियुक्तियों में स्थानीय लोगों को रोजगार मिले. कांग्रेस नेता सुरेश बैठा ने आरोप लगाया कि बाहरी लोगों को नौकरियां दी जा रही है.

आंदोलन कर रही कांग्रेस का कहना है कि एसआईएस ने जो सुरक्षा गार्ड नियुक्त किया है उसमें काफी अनियमितता हुई है. सुरक्षाकर्मियों को बीस हजार रूपये महीना मिलना चाहिए लेकिन इन  लोगों को दस हजार रूपये ही मिलते हैं. कांग्रेस ने इसके लिए भाजपा और सीआईपी के डायरेक्टर को जिम्मेदार ठहराया. वहीं जेएमएम नेता महुआ माजी ने कहा कि सालों से इस तरह की घटनायें हो रही हैं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस सब बातों पर गौर करना चाहिए.

महागठबंधन में शामिल कांग्रेस और जेएमएम सीआईपी के मुद्दे को लेकर भाजपा की केन्द्र सरकार पर आक्रामक है. भाजपा को पूरे मामले में घेरा जा रहा है. बहरहाल स्थानीय लोगों को नौकरी देने की मांग कर महागठबंधन की पार्टियों ने सीआईपी प्रबंधन पर दबाव बना दिया है.