असहाय मजदूरों की मौत का ज़िम्मेवार कौन ???

15 प्रवासी मजदूर एक ट्रेन की चपेट में

महाराष्ट्र के औरंगाबाद में शुक्रवार अहले सुबह एक दर्दनाक हादसा पेस आया जब 15 प्रवासी मजदूर एक ट्रेन की चपेट में आ गए. घटना मुंबई से 360 किलोमीटर दूर औरंगाबाद जिला स्थित करमाड कस्बे की है. जब कहीं से कोई आसरा न मिला तो सभी मजदूर पटरी के सहारे जालना से भुसावल की ओर पैदल ही अपने घर (मध्य प्रदेश) लौट रहे थे. भूके प्यासे दिन रात चलने वाली थकान की वजह से सभी मजदूर पटरी पर ही लेट गए कब वह नींद की आगोश में चले गए पता ही नहीं चला और अहले सुबह सवा पांच बजे एक ट्रेन वहां से गुजरी.और सभी असहाय मजदूरों को हमेशा के लिए सुला दिया। लोगोँ का कहना है की संभलने का भी मौका नहीं मिला और सभी ट्रेन की चपेट में आ गए. रेलवे के अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है. रेलवे ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.

14  की मौत,  5  घायल

पुलिस और रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के अफसर मौके पर पहुंच गए हैं. अभी तक मजदूरों की शिनाख्त नहीं हो सकी है. बताया जा रहा है कि हादसा बेहद दर्दनाक था. घटना के समय इलाके में चीख-पुकार मच गई. मिली जानकारी के अनुसार, मजदूरों को ट्रैक पर देखने के बाद लोको पायलट ने मालगाड़ी को रोकने की काफी कोशिश की लेकिन फिर भी सही समय पर ट्रेन नहीं रुक पाई. हादसे का शिकार हुए 14 मजदूरों की मौत हो चुकी है. 5 लोग घायल हैं. औरंगाबाद के सरकारी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है.