कोरोना की वजह से जहां एक तरफ अपने ही परिवार के लोग पार्थिव शरीर को लेने और छूने से कतरा रहे हैं। वही रांची
कोरोना काल में झारखंड के लाखों मजदूर जो दूसरे राज्यों में काम कर रहे थे वो वापस चले घर चले आए। इन मजदूरों को